दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने गुजरात चुनाव से पहले हिंदुत्व कार्ड चल दिया है. बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सीएम केजरीवाल ने भारतीय करेंसी (नोट) पर गांधीजी के साथ भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की फोटो भी लगाने की मांग कर दी है.
बुधवार को अपने शो जनता का मुकदमा पर शो के होस्ट प्रदीप भंडारी ने इसी मुद्दे पर आज का मुकदमा किया। प्रदीप भंडारी ने कहा कि, आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा की नोटों पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की तस्वीर भी होनी चाहिए बीजेपी ने इस पर हमला करते हुए यह कहा कि अरविंद केजरीवाल यू-टर्न ले रहे हैं और अपनी हिंदू विरोधी छवि से छुटकारा पाना चाहते हैं।
इसको लेकर मेरे कुछ सवाल हैं। मेरा पहला सवाल है कि, क्या अरविंद केजरीवाल का यह कदम गुजरात चुनाव में हिंदू वोट बटोरने के लिए है? उन्हें पता है कि इस कदम का खुलकर विरोध बीजेपी भी नहीं कर सकती और जितना विरोध सूडो सेकुलर करेंगे उनको इसका उतना ही फायदा होगा?
दूसरा सवाल,क्या जो आज अरविंद केजरीवाल ने बोला वह दर्शा रहा है कि उनकी पार्टी ने जो दिवाली में पटाखे पर 6 महीने की जेल का प्रावधान किया था वह गलत है और वह अब यह गलती सुधारना चाहते हैं? क्योंकि उनकी यह पहल दिवाली के बाद और गुजरात चुनाव के पहले आई है। और शायद उनको पता है कि गुजरात चुनाव में 80% से ज्यादा मुस्लिम वोट बैंक उनको मिल रहा है तो अगर 50% भी हिंदू वोट मिल जाए तो गुजरात में वहजीतने की रेस में आएंगे?
एक बात तो तय है अब पुरानी सेकुलर पार्टी जो ताहिर हुसैन को समर्थन करती थी उनको भी समझ आ गया है की देश में अगर सरकार बनी है तो हिंदू वोट चाहिए और हिंदू आस्था का सम्मान करना है। तभी शायद एक समय राम मंदिर पर स्कूल की बात करने वाले आज अयोध्या के लिए फ्री दर्शन की स्कीम लाए हैं।