दिल्ली में शनिवार को कंस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में पुरुष आयोग की ओर से अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों ने कहा कि पुरुषों के मानसिक विकास, उनके सकारात्मक गुणों की सराहना और लैंगिग समानता के उद्देश्य से प्रतिवर्ष दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर विभिन्न लोगों को उनके सराहनीय कार्यों के लिए सम्मानित भी किया गया।
इसकी संस्थापक, बरखा त्रेहन के नेतृत्व और दृष्टि के तहत, भारत में पुरुष आयोग हर साल अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस मनाते है। इस वर्ष की IMD 2022 की थीम “सतत भविष्य के लिए आज लैंगिक समानता” थी।
आईएमडी के अपने वार्षिक आयोजन के हिस्से के रूप में, पुरुष आयोग ने शिक्षा, एथलेटिक्स, चिकित्सा और कानून जैसे विविध व्यवसायों में मेधावी पुरुषों को आईएमडी पुरस्कार प्रदान किए। इस कार्यक्रम का लक्ष्य पुरुषों के सम्मान में जश्न मनाना और भारत में लिंग-तटस्थ संस्कृति को प्रोत्साहित करना था। पुरुष आयोग ने पुरुषों के सभी प्रयासों की सराहना करने के लिए इन पुरस्कारों को प्रदान किया।
इस कार्यक्रम में शिक्षा, मनोरंजन, स्वास्थ्य और कानूनी सहित विभिन्न क्षेत्रों के पुरुषों ने शिरकत की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. सोनल मानसिंह, पद्म विभूषण, सांसद और राज्यसभा थीं।
भारतीय जनता पार्टी नेता एवं सांसद मनोज तिवारी ने कहा है कि वह महिला पुरुष की समानता के पक्षधर हैं लेकिन पुरुषों के साथ होने वाले अन्याय का भी प्रतिकार किया जाना चाहिए। श्री तिवारी ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस के अवसर पर यहां पुरुष आयोग द्वारा आयोजित आईएमडी पुरस्कार समारोह में कहा कि पुरुषों के साथ होने वाले अपराधों को भी गंभीरता से लेना चाहिए। समाज का विकास पुरुष और महिला दोनों की एकजुटता से होता है।