बड़ी ख़बर कि पीएम मोदी 13 जनवरी को दुनिया के सबसे बड़े रिवर क्रूज का उद्घाटन करेंगे,यह क्रूज देश के पांच खास राज्यों यूपी, बिहार, झारखंड, असम, पश्चिम बंगाल से होकर बांग्लादेश तक जाएगा और इसी रूट से वापसी भी होगी।
दुनिया का सबसे बड़ा रिवर क्रूज ‘एमवी गंगा विलास’ अपने सफर पर 13 जनवरी को निकलेगा लेकिन राजनीति ने अपना रंग पकड़ लिया है, इस रिवर क्रूज को एडवेंचर्स भरे सफर पर तैरना है, मगर सियासत अभी से इसके रास्ते में रोड़ा बन गई है। बीजेपी सरकार के इस ड्रीम प्रोजेक्ट का विरोध शुरू होने लगा है, जिसमें बिहार ने सबसे पहले अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है, बिहार के सत्ताधारी नेता क्रूज के रास्ते में ब्रेकर बनकर खड़े हो चुके हैं, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इस क्रूज को बिहार में रोकने तक की बात कह डाली।
बताते चलें की ड्रीम प्रोजेक्ट ‘वॉटरवे’ के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेरह जनवरी को दुनिया के सबसे बड़े रिवर क्रूज का उद्घाटन करने वाले हैं। वाराणसी से यात्रा की शुरुआत के बाद यह क्रूज बिहार से होते हुए असम के बह्मपुत्र नदी से डिब्रूगढ़ तक जाएगी, लेकिन बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल युनाइटेड को इसमें भी राजनीति नजर आ रही है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने क्रूज की बिहार में एंट्री नहीं करने देने की चेतावनी दे दी है। ललन सिंह ने क्रूज का विरोध करते हुए चेतावनी दी कि वो बिहार के अंदर केंद्र सरकार की योजना को नहीं चलने देंगे, जदयू के नेता ललन सिंह ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार पर गंगा में क्रूज उतारकर पैसे की बर्बादी करना चाहती है और वाहवाही लूटने की कोशिश कर रही है।
बताते चलें कि फिलहाल दुनिया का सबसे बड़ा रिवर क्रूज ‘एमवी गंगा विलास’ काशी पहुंच गया है, जहां से तेरह जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसे हरी झंडी दिखाएंगे, तेरह जनवरी को यह क्रूज वाराणसी से अपने सफर की शुरुआत करेगा और करीब 3200 किमी की लंबी दूरी तय करते हुए अपनी मंजिल तक पहुंचेगा।
एक आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, नदी में चलने वाला क्रूज जहाज ‘एमवी गंगा विलास’ भारत और बांग्लादेश से गुजरने वाली 27 रिवर सिस्टम के रास्ते अपनी मंजिल पर पहुंचेगा, यह क्रूज देश के 5 राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, असम, पश्चिम बंगाल से गुजरता हुआ बांग्लादेश तक जाएगा, इस शानदार सफर में एमवी गंगा विलास क्रूज पटना, साहिबगंज, कोलकाता, गुवाहाटी जैसे 40 पर्यटक स्थलों से होकर गुजरेगा।