जन की बात के संस्थापक और राष्ट्रवादी पत्रकार प्रदीप भंडारी के खिलाफ कांग्रेस पार्टी की त्रिपुरा इकाई ने शिकायत दर्ज कराई है। बता दें कि 13 फरवरी को जन की बात ने त्रिपुरा चुनाव को लेकर ओपिनियन पोल प्रस्तुत किया था और इस ओपिनियन पोल में कांग्रेस पार्टी को कम सीटें मिलने की संभावना पर पार्टी बौखला गई। इसके बाद उनके खिलाफ पार्टी ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करा दी है।
जन की बात के ओपिनियन पोल के अनुसार त्रिपुरा में एक बार फिर से बीजेपी की सरकार बन सकती है और इसी बात से कांग्रेस पार्टी बौखलाई हुई है। दरअसल कांग्रेस ने चुनाव के लिए लेफ्ट के साथ गठबंधन किया था और ओपिनियन पोल में गठबंधन करने के बावजूद पार्टी को सफलता नहीं मिलती हुई दिखाई दे रही है। इसलिए कांग्रेस पार्टी की बौखलाहट साफ नजर आ रही है।
बता दें कि चुनाव आयोग की गाइडलइन के अनुसार वोटिंग से 48 घंटे पहले ही कोई ओपिनियन पोल प्रस्तुत कर सकता है। प्रदीप भंडारी ने 13 फरवरी को पोल प्रस्तुत किया था। जबकि त्रिपुरा में चुनाव 16 फरवरी को है। इससे साफ है कि जन की बात और प्रदीप भंडारी ने किसी भी चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया है।
जन की बात के पोल के अनुसार त्रिपुरा में बीजेपी को 30 से 35 सीटें मिल सकती है। जबकि सीपीआईएम और कांग्रेस का गठबंधन बीजेपी को मजबूत टक्कर तो दे रहा है, लेकिन केवल 13 से 16 सीटें ही मिलने की संभावना जताई जा रही है। वहीं त्रिपुरा में नई पार्टी टिपरा को 11 से 13 सीटें हासिल हो सकती हैं।