बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव की पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर सोमवार सुबह CBI की टीम पहुंची। 10 से 12 सदस्यों की टीम राबड़ी आवास पहुंची जिसके बाद घर के बाहर समर्थकों की भीड़ जुटने लगी। हालांकि यह छापेमारी नहीं है। सीबीआई की टीम जमीन के बदले नौकरी के पुराने मामले में पहुंची है। समर्थक का बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ गुस्सा भी दिखा। कहा कि 2024 में आउट होने वाले हैं। सीबीआई को केंद्र का तोता बताया।
पूरा मामला जमीन लेकर रेलवे में नौकरी देने का है। इसी घोटाले में दिल्ली की आदालत ने 15 मार्च को पूर्व रेल मंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती समेत अन्य आरोपितों को समन जारी कर पेश होने का आदेश जारी किया है। दिल्ली की राउज एवन्यू कोर्ट ने सीबीआई द्वारा दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए ये समन जारी किया है। सीबीआई ने लालू प्रसाद के अलावा राबड़ी देवी और 14 अन्य को आरोपित बनाया है।
तेजस्वी ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि आप बता दीजिए कि कोई मंत्री साइन कर दे और नौकरी मिल जाए? तेजस्वी यादव ने कहा कि जिस दिन हमारी महागठबंधन की सरकार बनी थी तो उन्होंने उसी दिन कहा था यह सिलसिला चलता रहेगा। 15 तारीख को जो कोर्ट में समन है वो नॉर्मल प्रोसेस है। आगे कहा कि बीजेपी के साथ रहिए तो राजा हरिश्चंद्र। बीजेपी से सवाल करोगे तो इस तरह होता है। कोई नहीं बात नहीं है। टाइमिंग पर जिसको जो आकलन करना है करते रहे। इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है किसी को, बिहार की जनता देख रही है। तेजस्वी ने यह भी कहा कि कोई घोटाला नहीं हुआ है। बता दें कि करीब 4 घंटे से ये पूछताछ हो रही है।