कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में राहुल द्वारा दिए गए बयानों पर एक के बाद एक ट्विट करके केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने राहुल गांधी को देश की एकता के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। किरण रिजिजू ने लंदन में राहुल गांधी के बयानों को लेकर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के स्वघोषित राजकुमार ने सारी सीमाएं पार कर दी हैं। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी को पप्पू भी कहा।
केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने एक ट्वीट जारी करते हुए यह भी लिखा, ”भारत के लोग जानते हैं कि राहुल गांधी पप्पू हैं लेकिन विदेशी नहीं जानते कि वह असल में पप्पू हैं। उनके मूर्खतापूर्ण बयानों का जवाब देना जरूरी नहीं है, लेकिन समस्या यह है कि उनके भारत विरोधी बयानों का इस्तेमाल देश विरोधी ताकतें भारत की छवि खराब करने के लिए कर रही हैं।”
People of India know Rahul Gandhi is Pappu but foreigners don't know that he is actually Pappu.
And it's not necessary to react to his Foolish Statements but the problem is that his Anti-India statements are misused by the Anti-India Forces to tarnish the image of India.— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) March 8, 2023
ट्विट करके एक दूसरा वीडियो भी किरण रिजिजू ने शेयर किया है। जिसमें राहुल गांधी ऑक्सफोर्ड में अपना संबोधन दे रहे हैं। इस वीडियो को पोस्ट करते हुए किरण रिजिजू ने लिखा, ‘कांग्रेस के इस स्वयंभू युवराज ने सारी हदें पार कर दी हैं। यह आदमी भारत की एकता के लिए बेहद खतरनाक हो गया है। अब वह लोगों को भारत को विभाजित करने के लिए उकसा रहा है। भारत के सबसे लोकप्रिय और प्रिय माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का एक ही मंत्र है ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’।
This self declared Congress Prince has crossed all the limits. This man has become extremely dangerous for India's unity. Now he's provoking people to divide India. India's most popular & loved Hon Prime Minister @Narendramodi Ji's only mantra is 'Ek Bharat Shreshtha Bharat'. pic.twitter.com/8LKRybLAZW
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) March 8, 2023
रिजिजू ने राहुल गांधी का कैंब्रिज में संबोधन का वीडियो भी शेयर किया है जिसमें राहुल गांधी ने कहा था कि पीएम मोदी भारत को बर्बाद कर रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा था कि भारत में सिख, मुसलमान और ईसाई सभी रहते हैं। सभी भारत के नागरिक हैं, लेकिन नरेंद्र मोदी ऐसा नहीं मानते। वे इन्हें भारत में दोयम दर्जे का नागरिक मानते हैं।