राहुल गांधी पर कांग्रेस के “ब्लैक” विरोध में आज तृणमूल की अचानक एंट्री हुई, जिसने सभी को चौंका दिया. इसे विपक्षी एकता की एक दुर्लभ उपलब्धि में से एक माना जा रहा है, क्योंकि तृणमूल कांग्रेस ने कहा था कि वह भाजपा और कांग्रेस से समान दूरी बनाए रखेगी. आज कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में बड़ी रणनीति बैठक हुई, जिसमें प्रसून बनर्जी और जवाहर सरकार ने टीएमसी का प्रतिनिधित्व किया. बताया जा रहा है कि इस बैठक में संसद से राहुल गांधी की अयोग्यता पर विपक्ष की रणनीति पर चर्चा हुई. पार्टी ने कहा कि विपक्ष को एकजुट होना चाहिए, भले ही वे अन्य मुद्दों पर संयुक्त मोर्चे से खुद को दूर कर रहे हों.
राहुल गांधी की अयोग्यता पर विरोध स्वरूप कांग्रेस सांसदों ने काले कपड़े पहने थे. तेलंगाना में कांग्रेस के प्रतिद्वंद्वी के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के साथ “काले कपड़े” विरोध में शामिल हुई. माफी की मांग को लेकर भाजपा पर राहुल गांधी के “सावरकर नहीं” तंज कसने के बाद, उद्धव ठाकरे ने रविवार को उन्हें चेतावनी दी थी कि सावरकर को नीचा दिखाने से विपक्षी गठबंधन में “दरार” पैदा होगी.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता खड़गे ने संवाददाताओं से कहा, “मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने इसका समर्थन किया…मैंने कल सभी को धन्यवाद दिया और आज भी उन्हें धन्यवाद देता हूं.” समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा साझा किए गए दृश्यों में खड़गे के कार्यालय में नेताओं को कांग्रेस के प्रतिनिधियों के साथ राहुल गांधी की अयोग्यता के विरोध में काली शर्ट पहने हुए दिखाया गया है.