राजस्थान विधानसभा चुनाव पहले ही कांग्रेस में कलह बढ़ चुकी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच की कलह एक बार फिर सामने आ गई है। पायलट जयपुर के शहीद स्मारक पर अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठ गए थे। उनके साथ समर्थकों का बड़ा हुजूम भी था ।
सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है की मल्लिकार्जुन खड़गे ने सचिन पायलट से मिलने से भी इंकार कर दिया। हालांकि कांग्रेस आलाकमान ने ही सचिन पायलट को अनशन से नाराज होकर दिल्ली तलब किया था।
बताते चलें की सचिन पायलट के अनशन से एक दिन पहले, कांग्रेस ने बीते सोमवार रात पूर्व उपमुख्यमंत्री को कड़ी चेतावनी तक दे डाली। पार्टी ने कहा कि अगर सचिन ये अनशन करते हैं तो यह पार्टी विरोधी गतिविधि होगी। दरअसल, कांग्रेस के एक आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने ट्वीट कर कहा कि सचिन का यह कदम गलत और पार्टी विरोधी है। उन्होंने कहा कि मैं 5 महीने से ज्यादा समय से प्रदेश प्रभारी हूं, लेकिन पायलट ने आज तक मुझसे कोई ऐसी बात नहीं की। जानकारी के अनुसार, रंधावा ने पायलट से फोन पर भी बात की और समझाने की कोशिश की।