प्रदीप भंडारी ने बताया वोक्कालिगा (जनसंख्या का 15 प्रतिशत) को लिंगायत (17 प्रतिशत) के बाद कर्नाटक का दूसरा प्रमुख समुदाय माना जाता है, इसलिए ध्यान इस बात पर है कि दस मई की विधानसभा में उनके मतदान के रुख में बदलाव कैसे होगा या नहीं चुनाव के रूप में सत्तारूढ़ भाजपा ने आक्रामक रूप से उन्हें लुभाने की कोशिश की है।
प्रदीप भंडारी ने अपने ऑपिनियन पोल के विष्लेषण में बताया की कर्नाटक के 17 मुख्यमंत्रियों में से सात वोक्कालिगा समुदाय से थे। के चेंगलराय रेड्डी, केंगल हनुमंथैया और राज्य के पहले तीन मुख्यमंत्री कदीदल मंजप्पा वोक्कालिगा समुदाय से थे।”उन्होंने कहा कि वोक्कालिगा से एच डी देवेगौड़ा कर्नाटक के पहले व्यक्ति बने जिन्होंने प्रधानमंत्री का पद संभाला।
बताते चलें कि कर्नाटक राज्य में आदि भगवान शिव में आस्था रखने वाले लोगों का एक समुदाय है। कर्नाटक में वोक्कालिंगा समुदाय समुदाय मुख्य रूप से पूर्वी मैसूर राज्य और अब दक्षिणी कर्नाटक के अन्य क्षेत्रों में पाए जाने वाले विभिन्न कृषि, पूर्व विरोधाभासी, सामाजिक समूहों को संदर्भित करता है। वे राजनीतिक और संख्यात्मक रूप से महत्वपूर्ण हिंदू समूह बनाते हैं।