कर्नाटक चुनाव में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की एंट्री हो गई है। मांड्या की पहली रैली में योगी ने राम मंदिर से लेकर पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और धर्म के आधार पर आरक्षण के मुद्दों का जिक्र किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को विधानसभा चुनाव का प्रचार करने के लिए कर्नाटक पहुंचे। भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में उन्होंने रोड शो और सभाएं कर जनता से समर्थन मांगा। उनके रोड शो में भारी भीड़ उमड़ी।
मुख्यमंत्री योगी ने मांड्या की एक जनसभा में कहा कि उत्तर प्रदेश की धरती से यहां आकर मैं आप सबका अभिनंदन करता हूं। उत्तर प्रदेश और कर्नाटक का संबंध त्रेतायुग से है। भगवान राम के वनवास के समय उन्हें बजरंगबली यहीं कर्नाटक में मिले थे। यह अभिन्न मित्रता है। यह भक्त और स्वामी का संबंध है। यह संबंधों की व्यवस्था वहीं से है। इसीलिए मेरी आत्मीयता यहां से रहती है।
उन्होंने कहा कि मांड्या कुंभ का आयोजन यहीं हुआ था। मुझे आना था लेकिन उप्रं में बाढ़ की स्थिति की वजह से नहीं आ सका। यह आयोजन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करने वाला था। आज दुनिया में भारत का नागरिक कहीं भी जाता है, सम्मान पाता है। आजादी के अमृतकाल में भारत दुनिया के 20 बड़े राष्ट्रों की अध्यक्षता जी-20 के माध्यम से कर रहा है।
डबल इंजन सरकार ने तोड़ी PFI की रीढ़
योगी के भाषण में पीएफआई पर बैन और धर्म के आधार पर आरक्षण का मुद्दा शामिल रहा। योगी ने कहा कि पीएफआई पर बैन करने के साथ ही उसकी कमर तोड़ने का काम इसी सरकार में हुआ है। योगी ने कांग्रेस पर पीएफआई के तुष्टिकरण करने का आरोप लगाते हुए लकीर खींचने की कोशिश की। कर्नाटक में 4 प्रतिशत मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा चर्चा में है। सुप्रीम कोर्ट में बसवराज बोम्मई सरकार ने कहा है कि 9 मई तक यह प्रावधान जारी रहेगा। इस मुद्दे पर योगी ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि वह धर्म के आधार पर आरक्षण देने का काम करती है, जबकि यह भारत के संविधान के विपरीत और असंवैधानिक है। योगी ने यह जताने की कोशिश की कि पिछड़े और अनुसूचित जातियों के आरक्षण का हक धार्मिक आरक्षण की वजह से उन्हें नहीं मिल पाया। रैली के आखिर में योगी ने कन्नड़ भाषा में बोलकर कर्नाटक की जनता के दिलों को छूने का प्रयास किया।
योगी ने कहा कि कांग्रेस विकास की बात करती है। उनका प्रोजेक्ट पंचवर्षीय योजना के आधार पर बनता था। योजना कभी नहीं पूरी होती थी। आज प्रधानमंत्री मोदी अगर कोई शिलान्यास करते हैं तो उद्घाटन की तारीख तय हो जाती है। वही उद्घाटन भी करते हैं।
उन्होंने कहा कि यहां के किसान एक समय बदहाल थे। आत्महत्या करने को मजबूर थे। आज किसानों को प्रधानमंत्री मोदी से सम्मान मिल रहा है। मुझे लोग पूछते हैं कि उत्तर प्रदेश में आपको सम्मान क्यों मिलता है। मैं यही कहता हूं कि वहां डबल इंजन की सरकार काम कर रही है। आज उत्तर प्रदेश में नो कर्फ्यू, नो दंगा, वहां सब है चंगा। यह डबल इंजन की सरकार ही है जिसने कर्नाटक में पीएफआई जैसे संगठन पर बैन लगा दिया। आप यहां पर डबल इंजन की सरकार फिर से लाइये।
बोम्मई सरकार ने चार प्रतिशत अल्पसंख्यक आरक्षण को खत्म करके लिंगायत और वोक्कालिगा का कोटा 2-2 प्रतिशत बढ़ाया था। फिलहाल इस पर सुप्रीम कोर्ट की रोक है। कुल मिलाकर मांड्या की इस रैली से योगी ने कर्नाटक चुनाव की पिच तैयार कर दी है। कर्नाटक में विधानसभा की 224 सीटों पर 10 मई को मतदान है, वहीं चुनाव नतीजा 13 मई को आएगा।