प्रदीप भंडारी लगातर अपनी बड़ी टीम के साथ आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनाव का आकलन कर रहे हैं। उन्होंने अपने बड़े आकलन के आधार पर बड़ी बात कही है कि राज्य में मुस्लिम समुदाय का वोट बहुत तेज गति से कांग्रेस की तरफ़ जाती हुई दिखाई दे रही है।
प्रदीप भंडारी ने पूर्व में ही बताया था कि राज्य में कांग्रेस अल्पसंख्यक समुदायों के उन उम्मीदवारों को सिर्फ उन्हीं विधानसभा सीटों पर टिकट देगी, जहां उनके जीतने की संभावनाएं सबसे ज्यादा हैं और लगभग वही हुआ भी। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जिन 17 अल्पसंख्यक उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, उनमें से 10 को हार का सामना करना पड़ा था।
उन्होंने कहा बीजेपी भले ही मेरे पहले ओपीनियन पोल में सरकार बनाती दिखाई दे रही है, लेकिन पिछले चुनाव से तुलना करें तो उसे झटका लगता दिखाई दिख रहा है।प्रदीप ने कहा कर्नाटक का तटीय इलाका मुस्लिम बहुल आबादी के लिए जाना जाता है और चुनावों में पोलराइजेशन यहां हमेशा प्रमुख मुद्दा रहता है। इस इलाके में विधानसभा की 21 सीटें आती हैं।
बताते चलें कि गृहमंत्री अमित शाह ने बीते दिनों एक रैली में बयान दिया था कि अगर तेलंगाना में बीजेपी की सरकार बनी तो राज्य में मुसलमानों को मिलने वाला आरक्षण ख़त्म कर दिया जाएगा।
वहीं इस पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अमित शाह को जवाब दिया, “बीजेपी कब तक नफ़रत फैलाएगी? तेलंगाना में जो आरक्षण मिल रहा है वे मुसलमानों में जाति के आधार पर मिल रहा है। अमित शाह का ये कहना कि आरक्षण धर्म के आधार पर मिल रहा है ये झूठ है। आखिर बीजेपी मुसलमानों की दुश्मन क्यों है?”