केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा ‘एक होता है नैतिक दोगलापन और दूसरा है कानून का उल्लंघन… एक तरफ केजरीवाल जी ने कहा था कि मैं बहुत साधारण जिंदगी बिताऊंगा और कुछ नहीं लूंगा लेकिन इन्होने खुद के लिए 7-स्टार सुविधाएं बनाने का काम किया। इन्होने ऐसे समय पर 45 करोड़ रुपये खर्चे किए जब एक-एक रुपया बचाने की जरूरत थी। DUAC से इन्होने कोई अनुमति भी नहीं ली, 45 करोड़ रुपये का कोई टेंडर नहीं निकाला… स्कैम यहां पर है।
मीनाक्षी लेखी ने कहा ये पूरी पार्टी ही ऐसी है,जो सवाल इनसे पूछे जाते हैं उनके ये सीधे जवाब कभी नहीं देते। लोगों को इस बात की सूचना होनी चाहिए कि ED ने अपनी चार्जशीट में तीन जगह संजय सिंह का नाम लिखा और एक जगह राहुल सिंह की जगह संजय सिंह लिखा गया। ED की तरफ से टाइपिंग में गलती थी। जिसके करेक्शन की उसने अनुमति मांगी जबकि इन्होने कहा कि ED ने माफी मांगी है। उन्होंने कहा ऐसे समय में जब दिल्ली COVID के तनाव से गुजर रही थी, वे उन चीजों की मांग कर रहे थे, जिनके लिए उनके पास कोई व्यवस्था करने की इच्छा नहीं थी।
विशेष रूप से, वहाँ कोई उचित सुविधाएं नहीं थीं जहाँ ऑक्सीजन को रखना या वितरित किया जा सके। बहुत से लोग इसलिए मारे गए क्योंकि उन्होंने निजी सप्लाई चेन को डायवर्ट किया।
कोविड के उस दुर्भाग्यपूर्ण समय में भी उनके ‘शीश महल’ का अवैध निर्माण कार्य चल रहा था। केजरीवाल ने लोगों के पैसे लूटने का एक जरिया भी नहीं छोड़ा है।
एक नियम है कि फर्नीचर/सज्जा की लागत एक निश्चित मूल्य से अधिक होने की स्थिति में वित्त विभाग की सहमति की आवश्यकता होती है, लेकीन केजरीवाल ऐसा करने से बच गए और ‘होशियार’ का अभिनय करके देश को लूटा।
साथ ही ई-टेंडर प्रक्रियाओं में विचलन करने के लिए ठेकेदार को ‘लाभ’ देने और अपने भव्य घर के शानदार निर्माण गतिविधियों को करने के संबंध में उसके द्वारा कई अवैध प्रयास किए गए हैं।