‘जन की बात’ के संस्थापक प्रदीप भंडारी खुद और अपनी बड़ी टिम के साथ लगातार कर्नाटक का चप्पा चप्पा घूम रहे हैं, और हर एक विधानसभा से बड़ी संख्या में आंकड़ा इकट्ठा कर रहे हैं। अब ‘जन की बात’ की टिम का कर्नाटक दौरे का दुसरा चरण अंतिम पड़ाव पर है।
प्रदीप भंडारी ने बताया कि सर्वे के दौरान उन्होंने कर्नाटक के लिंगायत समाज बहुल इलाकों का सर्वेक्षण किया है। जैसे की चिकोड़ी, बेलगाम, बागलकोट, बीजापुर, धडवाड़, हावेरी, उत्तर कन्नड़, उड़ेपी, चिकमंगलुर और अन्य विधानसभा में काफी बारीकी से सर्वेक्षण कर चुके हैं।
प्रदीप भंडारी ने बताया कि बीजेपी लिंगायत नेता जगदीश शेट्टार और लक्ष्मण सावदी जैसे नेताओं को अपने पाले में लाकर उत्साहित दिख रही है तो वहीं कांग्रेस के जगदीश सेट्टार की भूमिका भी कमजोर नहीं है। लेकीन प्रदीप भंडारी ने अपनी बड़ी टिम के साथ किए गए ग्राउंड जीरो के आकलन से बताया कि बीजेपी की पकड़ लिंगायत समाज पर बनी हुई है।
कर्नाटक राज्य की पूरी राजनीति लिंगायत समुदाय के इर्द-गिर्द दिखाई दे रही है। बीजेपी और कांग्रेस चुनाव में लिंगायत समुदाय के वोट को अपने पाले में करने की होड़ में लगी हुई है। कर्नाटक में सबसे ज्यादा सीटों पर वर्चस्व रखने वाली आबादी लिंगायत मतदाताओं की हैं। कांग्रेस नेता जगदीश शेट्टार कर्नाटक में येदियुरप्पा के बाद दूसरे सबसे बड़े लिंगायत नेता कहे जाते हैं। ऐसे में उनके साथ बीजेपी के बर्ताव से इस समुदाय के लोगों में क्या अंतर आया है ये तो चुनाव के नतीजे ही तय करेंगे।