जम्मू-कश्मीर ने 30 वर्षों तक पड़ोसी देश के कारण आतंक झेला, अब पीएम मोदी के नेतृत्व में विकास की पटरी पर: उप राज्यपाल मनोज सिन्हा
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को कहा कि केंद्र शासित प्रदेश भारत के बहु-सांस्कृतिक लोकाचार को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने फिल्म नीति 2021 के तहत बॉलीवुड और हॉलीवुड के लिए ‘स्वर्ग’ के द्वार खोलने के लिए फिल्म पर्यटन को पुनर्जीवित किया है।
डल झील के किनारे SKICC में तीसरे जी-20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि यूटी प्रशासन ने फिल्म नीति को रोल-आउट कर दिया है। 2021 बॉलीवुड और हॉलीवुड के लिए दरवाजे खोलेगा। उन्होंने कहा, “2022 में, जम्मू-कश्मीर में 300 से अधिक फिल्मों और धारावाहिकों की शूटिंग की गई। हमने प्रदेश के पर्यटन मानचित्र पर सैकड़ों नए पर्यटन स्थलों को शामिल किया है। कई पर्यटन स्थल पहले से ही वैश्विक मानचित्र पर हैं। 2022 में 18 मिलियन पर्यटकों ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया, जो यूटी के कुल सकल घरेलू उत्पाद में 7 प्रतिशत का योगदान देता है।”
जम्मू-कश्मीर की चर्चा करते हुए मनोज सिन्हा ने कहा, “जम्मू-कश्मीर हमेशा ज्ञान और लुभावने परिदृश्य का केंद्र रहा है। 30 वर्षों तक शांति की इस भूमि को हमारे पड़ोसी देश द्वारा राज्य प्रायोजित आतंकवाद का शिकार होना पड़ा। प्रधानमंत्री मोदी राज्य को सशक्त बनाने वाली विकास योजनाएं लेकर आए। आज जम्मू-कश्मीर देश के विकसित राज्यों में से एक है। पीएम मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर का लगातार विकास हो रहा है।”