नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह पर विवाद बढ़ता जा रहा। कांग्रेस समेत करीब 20 विपक्षी दल समारोह का बहिष्कार कर रहे हैं। वहीं विपक्ष के इस कदम पर बीजेपी उनपर निशाना साध रही है। इसी क्रम में अब सेंगोल को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधा है।
अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा, “कांग्रेस पार्टी भारतीय परंपराओं और संस्कृति से इतनी नफरत क्यों करती है? भारत की स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में तमिलनाडु के एक पवित्र शैव मठ द्वारा पंडित नेहरू को एक पवित्र सेंगोल दिया गया था, लेकिन इसे ‘Walking Stick’ के रूप में बताकर एक संग्रहालय में भेज दिया गया था।”
अमित शाह ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा, “अब कांग्रेस ने एक और शर्मनाक अपमान किया है। एक पवित्र शैव मठ, थिरुवदुथुराई अधीनम ने स्वयं भारत की स्वतंत्रता के समय सेंगोल के महत्व के बारे में बात की थी। कांग्रेस अधीनम के इतिहास को झूठा बता रही है। कांग्रेस को अपने व्यवहार पर विचार करने की जरूरत है।”
वहीं विपक्ष द्वारा संसद भवन समारोह को बहिष्कार करने पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने वाली अधिकांश पार्टियों को क्या जोड़ता है?इसका उत्तर सरल है- वे राजवंश द्वारा संचालित राजनीतिक दल हैं, जिनकी राजशाही पद्धति हमारे संविधान में गणतंत्रवाद और लोकतंत्र के सिद्धांतों के विपरीत है। जो पार्टियां संसद के उद्घाटन का बहिष्कार कर रही हैं, उनमें लोकतंत्र के प्रति कोई प्रतिबद्धता नहीं है क्योंकि उनका एकमात्र उद्देश्य राजवंशों के एक चुनिंदा समूह को कायम रखना है। इस तरह का रवैया हमारे संविधान निर्माताओं का अपमान है। इन पार्टियों को आत्ममंथन करना चाहिए।”
जेपी नड्डा ने आगे लिखा, “ये वंशवादी दल विशेष रूप से कांग्रेस और नेहरू-गांधी राजवंश, एक साधारण तथ्य को पचा नहीं पा रहे हैं कि भारत के लोगों ने एक विनम्र पृष्ठभूमि से आने वाले व्यक्ति पर अपना विश्वास रखा है। राजवंशों की अभिजात्य मानसिकता उन्हें तार्किक सोच से रोक रही है। भारत के लोग देख रहे हैं कि कैसे ये पार्टियां राजनीति को देश से ऊपर रख रही हैं। इन पार्टियों को इनकी दलगत राजनीति की जनता फिर से सजा देगी।”