प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल में ही एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा है कि रक्षा निर्यात का रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचना यह दर्शाता है कि पिछले कुछ सालों में रक्षा क्षेत्र में किए गए सुधार अच्छे परिणाम दे रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि केंद्र सरकार भारत को रक्षा उत्पादन केंद्र बनाने के प्रयासों का समर्थन करना जारी रखेगी।
मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के एक ट्वीट पर यह प्रतिक्रिया दी थी। राजनाथ ने अपने ट्वीट में कहा था,” वित्त वर्ष 2022-2023 में भारत का रक्षा निर्यात 15,920 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है। यह देश के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रेरणादायी नेतृत्व में हमारा रक्षा निर्यात तेजी से बढ़ता रहेगा। ”
रक्षामंत्री ने कहा मोदी सरकार में “हम न केवल अपनी आवश्यकताओं को पूरा कर रहे हैं बल्कि अन्य देशों को हथियारों तथा उपकरणों का निर्यात भी कर रहे हैं। 7-8 वर्ष पहले के 900 करोड़ रुपए से बढ़कर रक्षा निर्यात चालू वित्त वर्ष में लगभग 14 हजार करोड़ रुपए का हो गया है। हमारा लक्ष्य 2026 तक 40,000 करोड़ रुपए के रक्षा उपकरणों का निर्यात करना है।” रक्षा मंत्री ने देश में बनाए गए स्टार्ट अप आधारित नवाचार ईको-सिस्टम का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि सरकार के प्रयासों से 100 से अधिक यूनिकोर्न का निर्माण हुआ है। यह ईको-सिस्टम की सफलता का प्रमाण है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अपने एक ट्वीट में कहा था “हमारी सरकार भारत को रक्षा उत्पादन केंद्र बनाने के प्रयासों का समर्थन करती रहेगी।” उन्होंने AERO India-2023 के उद्घाटन के मौके पर भी बेंगलुरु में कहा कि हम अपने मौजूदा 1.5 बिलियन डॉलर के रक्षा निर्यात को 2024-25 तक पांच गुना बढ़ाकर 5 बिलियन डॉलर के लक्ष्य को हासिल करने करने का इरादा रखते हैं।