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पीएम मोदी ने देश को समर्पित किया नया संसद भवन, जानें आख़िर क्या ख़ास है इसमें?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश के नए संसद भवन का उद्घाटन कर दिया है और पूरे वैदिक विधि-विधान से पूजा और हवन करने के बाद नया संसद भवन देश की जनता को समर्पित किया। पीएम मोदी ने कहा कि नया संसद भवन समय की मांग थी, क्योंकि आने वाले समय में लोकसभा और राज्यसभा सीटों में इजाफा होगा।

आइए जानते हैं कि नए संसद भवन में क्या है ऐसा खास जो इसे पुराने संसद भवन से बिल्कुल भव्य बनाता है।

  • नया संसद भवन त्रिकोणीय आकार का है। नई संसद का त्रिकोणीय आकार वास्तु में अग्नि तत्व जैसा दिखता है। माना जाता है कि इससे संसद में और देश में भी अच्छी ऊर्जा का संचार होगा। भवन के त्रिभुजाकार होने से संसद भवन में ऊर्जा का सकारात्मक प्रवाह होगा। इससे देश को महाशक्ति बनने की ऊर्जा और ताकत भी मिलेगी।
  • पुराने भवन में लोकसभा में 543 और राज्यसभा में 250 सदस्य बैठ सकते थे। नए संसद भवन में लोकसभा में 888 सदस्यों और राज्यसभा में 384 सदस्यों के लिए जगह होगी। नए भवन में छह समिति कक्ष होंगे। पुराने संसद में ऐसे तीन कमरे हैं। मंत्रिपरिषद के उपयोग के लिए 92 कमरे होंगे।
  • संसद की नई इमारत भूकंप रोधी क्षमता वाली होगी। नए भवन के निर्माण के दौरान वायु एवं ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त उपाय किए गए हैं।
  • नई इमारत में एक भव्य कॉन्स्टिट्यूशन हॉल या संविधान हॉल होगा जिसमें भारत की लोकतांत्रिक विरासत को दर्शाया जाएगा। वहाँ भारत के संविधान की मूल प्रति को भी रखा जाएगा। साथ ही वहाँ सांसदों के बैठने के लिए बड़ा हॉल, एक लाइब्रेरी, समितियों के लिए कई कमरे, भोजन कक्ष और बहुत सारी पार्किंग की जगह होगी।
  • नए संसद भवन के निर्माण के लिए बलुआ पत्थर राजस्थान के सरमथुरा से, सागौन (टिक वुड) की लकड़ी महाराष्ट्र के नागपुर से मंगाई गई है। कार्पेट उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से मंगवाए गए हैं। त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से बांस की लकड़ी की फ्लोरिंग मंगवाई गई है स्टोन जाली वर्क्स राजस्थान के राजनगर और उत्तर प्रदेश के नोएडा से लिए गए हैं।
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