बिहार के भागलपुर में रविवार को एक निर्माणाधीन पुल के गिरने के बाद से आरजेडी और बीजेपी के बीच तकरार बढ़ गई है।
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने ट्विटर पर पूछा कि क्या बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पतन पर इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने कहा कि, आज बिहार में भागलपुर के सुल्तानगंज और खगड़िया के बीच गंगा नदी पर बन रहा पुल भरभरा कर गिर गया। 2015 में नीतीश कुमार ने इस पुल का उद्घाटन किया था जिसका निर्माण 2020 तक पूरा होना था।
ये पुल दूसरी बार गिरा है। क्या नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव इस घटना का संज्ञान लेते हुए तुरंत इस्तीफ़ा देंगे? ऐसा करके दोनों चाचा-भतीजा देश के सामने एक मिसाल क़ायम कर सकते हैं।
RJD ने तुरंत अमित मालवीय के ट्वीट का जवाब देते हुए बीजेपी को पतन के लिए जिम्मेदार ठहराया। पार्टी ने दावा किया और लिखा कि, इसके जिन खराब स्पैन का निर्माण कार्य हुआ है उस दौरान 2017 से 2022 तक BJP के श्री नंद किशोर, मंगल पांडे और नितिन नवीन मंत्री रहे है। कुछ ज्ञान नहीं रहता तो पता कर लेना चाहिए। 30 अप्रैल 2022 को आँधी से इसका एक हिस्सा गिरा था तब भी बीजेपी के नितिन नवीन ही मंत्री थे। अब बताओ?
अमित मालवीय के अलावा, भाजपा नेता शहजाद पूनवाला और शाहनवाज हुसैन ने भी नीतीश के नेतृत्व वाली बिहार सरकार की खिंचाई की। पूनावाला ने कहा कि नीतीश कुमार विपक्षी बैठक की योजना बनाने में व्यस्त हैं और “भ्रष्टाचार का पुल” गिर गया।
उन्होंने ट्वीट किया,”यह दूसरी बार है जब पुल ढह गया है। भ्रष्टाचार के स्तर की कल्पना करें! ?1750 करोड़ करदाताओं का पैसा पुल के साथ जल समाधि लेता है। भ्रष्टाचार का पुल तब भी ढह जाता है जब नीतीश बाबू विपक्षी एकता का पुल बनने की कोशिश में लगे होते हैं।”
शाहनवाज हुसैन ने भागलपुर में पुल निर्माण के लिए जिम्मेदार सिंगला कंपनी के खिलाफ जांच की मांग की. राज्य भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि यह घटना दर्शाती है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार के शासन में “भ्रष्टाचार व्याप्त है”