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राहुल गांधी ने न्यूयॉर्क में किया स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान? गांधी – नेहरू को बताया NRI 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज अमेरिका में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय लोकतंत्र दो अलग- अलग विचारधाराओं में बंटा हुआ है। कहा, “भारत में दो विचारधाराओं के बीच लड़ाई है, एक जिसका हम (कांग्रेस) प्रतिनिधित्व करते हैं और दूसरा जो भाजपा-आरएसएस की विचारधारा है।

सबसे बताने का आसान तरीका यह है कि एक तरफ महात्मा गांधी हैं और दूसरी तरफ नाथूराम गोडसे हैं।” अपने संबोधन में राहुल गांधी ने कहा कि महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू और भीमराव आंबेडकर सभी एनआरआई थे। उन्होंने रेल हादसे पर भाजपा पर अंग्रेजों वाला तंज भी कसा। कहा कि जब हमारे समय में रेल हादसे होते थे तो हमने कभी अंग्रेजों पर दोष नहीं मढ़ा लेकिन, भाजपा-आरएसएस वाले कहते हैं कि 50 साल पहले कांग्रेस ने ऐसा किय इसलिए ऐसा हुआ।

राहुल गांधी ने कहा कि मुझे एक ट्रेन दुर्घटना याद है जो कांग्रेस शासन के दौरान हुई थी। उस समय कांग्रेस ने यह नहीं कहा था कि यह दुर्घटना अंग्रेजों के कारण हुई है। रेल मंत्री ने बाकायदा कहा कि यह हमारी वजह से हुई है और मैं अपने पद से इस्तीफा देता हूं। इसी घटना को आगे बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत में यही समस्या है। हम बहाने बनाते हैं और सच्चाई को स्वीकार नहीं करते हैं।

भारतीय प्रशासन पर हमला करते हुए, राहुल गांधी ने सिलिकॉन वैली में उनकी सफलता और मजबूत कार्य नैतिकता के लिए भारतीय-अमेरिकी समुदाय की प्रशंसा करते हुए मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की । गोडसे को ‘कायर’ बताते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि गोडसे हमेशा अतीत की बात करता था, भविष्य की नहीं, जो मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की विचारधारा से परिलक्षित होता है।

राहुल गांधी ने आगे कहा कि उसी समय महात्मा गांधी ने अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी, जो उस समय अमेरिका से भी बड़ी ताकत थे। “एक तरफ सबसे प्रभावशाली एनआरआई (महात्मा गांधी) हैं, जिन्होंने अहिंसा और सत्य की खोज में अपना जीवन व्यतीत किया।

राहुल गांधी ने आगे कहा कि दूसरी तरफ हिंसा और गुस्से से भरा नाथूराम गोडसे है, जो अपने जीवन की वास्तविकता से मुंह मोड़ लेता था। वह भविष्य देखने से डरते थे। महात्मा गांधी भी एक एनआरआई थे। कहा जा सकता है कि भारत का स्वतंत्रता आंदोलन दक्षिण अफ्रीका में प्रारंभ हुआ। नेहरू, अंबेडकर, सरदार पटेल, सुभाष चंद्र बोस … सभी प्रवासी भारतीय थे।

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