दिल्ली पुलिस की टीम सांसद और रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के गोंडा स्थित आवास पहुंची. यहां पुलिस ने उनके परिवार, करीबियों और नौकरों समेत कई लोगों से पूछताछ की. सभी के बयान दर्ज करने के बाद पुलिस टीम गोंडा से दिल्ली के लिए रवाना हो गई.
गोंडा पहुंचकर की पूछताछ
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की एक टीम सबसे पहले बीजेपी सांसद बृज भूषण शरण सिंह के लखनऊ स्थित आवास पर पहुंची. यहां काम करने वाले तीन लोगों के बयान दर्ज किए. यहां पूछताछ के बाद टीम 130 किलोमीटर की दूरी तय कर देर रात 10 बजे गोंडा के विश्नोहरपुर स्थित बीजेपी सांसद के घर पहुंची. यहां टीम ने बृजभूषण शरण सिंह के घर पर काम करने वाले नौकर, ड्राइवर, माली और उनके सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ की और उनके बयान दर्ज किए. टीम ने सभी का नाम पता नोट किया और साक्ष्य के तौर पर पहचान पत्र जुटाए. इसके बाद देर रात 11:30 बजे ही गोंडा से दिल्ली के लिए टीम रवाना हो गई.
एसआईटी पहले भी गोंडा में लोगों के बयान रिकॉर्ड कर चुकी है. वह देश के साथ विदेश में भी कुश्ती प्रतियोगिता के दौरान सांसद पर लगे आरोपों की जांच कर रही है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद दिल्ली पुलिस ने पहलवानों की शिकायत पर बीजेपी सांसद के खिलाफ दो केस दर्ज की है. इसमें पॉक्सो एक्ट के तहत भी मामला दर्ज है.
गंगा में मेडल प्रवाहित करने पहुंचे थे पहलवान
बीजेपी सांसद की गिरफ्तारी पर अड़े पहलवान पिछले हफ्ते अपने मेडल को गंगा में प्रवाहित करने के लिए हरिद्वार पहुंचे हुए थे. हालांकि, किसान नेता नरेश टिकैत की ओर से पांच दिन का मोहलत मांगे जाने के बाद पहलवान अपना मेडल सौंपकर वापस आ गए थे. हालांकि, सोमवार को पांच दिन का समय भी बीत चुका है. दिल्ली पुलिस की ओर से महिला पहलवानों को जंतर-मंतर पर बैठने से रोके जाने के बाद धरना भी खत्म हो गया है.
जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे थे पहलवान
दरअसल, महिला पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. बीजेपी सांसद की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवानों का गुट 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर धरना देर रहा था लेकिन, 28 मई को दिल्ली पुलिस ने वहां बैठने की अनुमति नहीं दी. हालांकि कल गृह मंत्री अमित शाह से बात करने के बाद पहलवान अपने अपने काम पर लौट गए हैं और धरना ख़त्म कर दिया है, लेकिन उनका कहना है की हमारी लड़ाई अभी ख़त्म नहीं हुई है.