उत्तर प्रदेश की कमान जबसे योगी आदित्यनाथ के हाथ में मिली उसके बाद से उत्तर प्रदेश के दिन ही बदल गए। जो उत्तर प्रदेश कभी क्राइम स्टेट के रूप में मशहूर था, वहां के कानून व्यवस्था की चर्चा देश में ही नहीं, पूरी दुनिया में होती है। वहीं पहले निवेशक उत्तर प्रदेश में आने से डरते थे लेकिन अब उत्तर प्रदेश निवेशकों का सबसे पसंदीदा स्थान बनता जा रहा है। यह सब संभव कर दिखाया है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व ने।
क्राइम हुआ खत्म
2017 से पहले उत्तर प्रदेश में क्राइम की घटनाएं चरम पर थी। हर कोई माफियाओं से डरता था और माफिया टैक्स प्रदेश में आम बन चुका था। लेकिन योगी सरकार आने के बाद उत्तर प्रदेश में क्राइम सिर्फ खत्म ही नहीं हुआ, बल्कि माफिया भी खत्म होते गए। योगी सरकार में हजार से अधिक एनकाउंटर हुए और दर्जनों माफियाओं को ढेर किया गया। इनमें वह माफिया नहीं है जो छोटे-मोटे क्राइम करते थे बल्कि बड़े बड़े माफिया आज या तो जेल में है या तो दुनिया में नहीं है। कभी अतीक के नाम से खौफ खाता था उत्तर प्रदेश लेकिन अब अतीक की तो उसके दुश्मनों ने हत्या कर दी तो वहीं मुख्तार जेल में रहम की भीख मांग रहा है।
यूपी पुलिस ने माफिया के गैंग के 860 सहयोगियों के खिलाफ 396 मुकदमे दर्ज कर चार सौ से अधिक को आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 174 पर गुंडा एक्ट, गैंगेस्टर में 355 और 13 आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की है और 310 शस्त्र लाइसेंस भी निरस्त किए हैं।
निवेशकों की पहली पसंद
उत्तर प्रदेश अब इन्वेस्टमेंट के लिए पसंदीदा राज्य बन गया है। ग्लोबल इंवेस्टर समिट-23 में यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अबतक करीब 33.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त किए हैं। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आए प्रस्तावों से गुजरात सहित दूसरे प्रदेश के समिट में आए निवेश प्रस्तावों का रिकार्ड टूटा। योगी सरकार के पहले कार्यकाल में सबसे ज्यादा निवेश आईटी और इलेक्ट्रानिक्स सेक्टर में 94,632 करोड़ रुपए का हुआ है। योगी सरकार में पिछले साढ़े पांच साल में चार लाख 68 हजार करोड़ रुपए के एमओयू हुए हैं, जिसमें तीन लाख 82 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाएं धरातल पर उतर चुकी हैं।
योगी आदित्यनाथ पांच अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों वाले यूपी में सभी मंडलों को एयर कनेक्ट करने की महात्वाकांक्षी परियोजना पर मिशन मोड में काम कर रहे हैं। यूपी में 1,225 किलोमीटर तक फैले एक्सप्रेस-वे के जाल ने ना सिर्फ यात्राओं को सुगम और तेज बनाया है, बल्कि इनके दोनों ओर डेवलप किये जा रहे औद्योगिक क्षेत्र प्रदेश के विकास को भी गति दे रहे हैं। आने वाले समय में यूपी में 6 नये एक्सप्रेस वे का जाल बिछाया जाना है। उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के बाद बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के आने से प्रदेश की कनेक्टिविटी में चार चांद लग जाएंगे।
रिकॉर्ड गन्ना भुगतान ने प्रदेश के किसानों के चेहरे पर लाई मुस्कान
साल 2012-2017 के दौरान गन्ना किसानों को सिर्फ 95 लाख करोड़ रुपये का भुगतान हुआ। जबकि योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद 2017-2022 के दौरान 1.51 लाख करोड़ रुपये का भुगतान हो चुका है। अब तक के आंकड़ों को जोड़ लें तो यह भुगतान करीब 1.78 लाख करोड़ रुपये के करीब है। आजादी के बाद से अब तक का रिकॉर्ड है।
धार्मिक स्थलों का हो रहा विकास
योगी सरकार में सिर्फ आर्थिक और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट ही नहीं बल्कि धार्मिक विकास भी होते जा रहा है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है तो वहीं काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद वाराणसी भी टूरिस्टो की प्रसिद्ध स्थान हो चुका है। विंध्याचल कॉरिडोर बनकर तैयार होने वाला है। वहीं प्रदेश के अन्य धार्मिक स्थलों का भी काफी तेजी से विकास कार्य किया जा रहा है।
योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के हरे क्षेत्र में विकास हो रहा है। इसकी चर्चा सिर्फ उत्तर प्रदेश में नहीं बल्कि पूरे देश में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कई बार उत्तर प्रदेश के विकास की और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना कर चुके हैं। सोशल मीडिया पर भी योगी आदित्यनाथ को लेकर चर्चाएं होती रहती है और उनके विरोधी भी यूपी की कानून और व्यवस्था की तारीफ करते हैं।