चक्रवाती तूफान बिपरजॉय लगभग 145 किमी की रफ्तार से आज दोपहर सौराष्ट्र एवं कच्छ के तटीय क्षेत्र से टकराएगा। महाराष्ट्र और गुजरात में समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। एहतियात के तौर पर 75 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया गया है।
चक्रवात बिपरजॉय गुजरात के कच्छ तट से टकराने से कुछ घंटे दूर है। आईएमडी ने कहा कि बिपरजॉय जखाऊ बंदरगाह से 180 किमी से भी कम दूरी पर है और लैंडफॉल प्रक्रिया शाम से शुरू होगी और रात तक जारी रहेगी। आईएमडी ने कहा, “पेड़ और शाखाएं गिर सकती हैं और छोटी संरचनाएं, जैसे फूस, मिट्टी या टिन के घर या एस्बेस्टस वाले घर गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं। (इसके अलावा) तटीय जिलों में ज्वार की लहरें और भारी बारिश की भी संभावना है।”
एनडीआरएफ को चक्रवात बिपरजॉय से पहले गुजरात के कुछ हिस्सों में तैनात किया गया है, जिसके आज बाद में लैंडफॉल करने की उम्मीद है। एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट अनुपम ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “टीमें निचले इलाकों का जायजा ले रही हैं। राहत कार्य जारी है। इसका (चक्रवात बिपरजोय) प्रभाव शाम 4-8 बजे तक अधिकतम रहेगा।”
गुजरात के दो सबसे प्रसिद्ध मंदिर – देवभूमि द्वारका में द्वारकाधीश और गिर सोमनाथ जिले में सोमनाथ – भक्तों के लिए बंद कर दिए गए हैं। आईएमडी का कहना है कि चक्रवात के करीब आने के साथ राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है।