कनाडा में पिछले कुछ महीनों में खालिस्तानियों ने कई रैलियां कीं। इसको लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को सवालों का सामना करना पड़ा। एक सवाल के जवाब में प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि उनके देश ने हमेशा हिंसा की धमकियों को बेहद गंभीरता से लिया है, इस पर भारत सरकार की प्रतिक्रिया गलत है।
बताते चलें कि पिछले महीने जून में ऑपरेशन ब्लू स्टार की 39वीं बरसी के मौके पर कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों ने एक परेड निकाली थी। इसमें इंदिरा गाधी की हत्या को दर्शाती एक झांकी भी दिखाई गई थी। भारत सरकार ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि वोट बैंक की राजनीति के चलते कनाडा खालिस्तानियों का समर्थन करता है। यह भारत और कनाडा के रिश्तों के लिए ठीक नहीं है।
खालिस्तानी चरमपंथियों ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक बार फिर भारत विरोधी हमले तेज कर दिए हैं। कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में 4 जून को 5 किलोमीटर लंबी परेड में इंदिरा गांधी की हत्या से जुड़ी एक झांकी दिखाने जाने और ‘किल इंडिया’ पोस्टर्स सामने आने के बाद भारत सरकार ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए सख्त प्रतिक्रिया दी। भारत सरकार ने कहा था कि वोट बैंक की राजनीति के चलते कनाडा खालिस्तानियों का समर्थन करता है।
कनाडा के एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 8 जुलाई को आयोजित रैली के प्रचार को लेकर कनाडा में खालिस्तान समर्थक नेताओं द्वारा एक पोस्टर जारी किया गया है। इस पोस्टर का टाइटल ‘किल इंडिया’ रखा गया। इन पोस्टर्स में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूत अपूर्वा श्रीवास्तव पर खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का भी आरोप लगाया गया था। खालिस्तानी टाइगर फोर्स प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के एक गुरुद्वारे की पार्किंग में हत्या कर दी गई थी।