पश्चिम बंगाल में आज 8 जुलाई को पंचायत चुनाव के लिए मतदान हो रहे मतदान के दौरान काफी बड़ी हिंसा हुई, जिसमें 20 लोगो की मौत हुई। वहीं, बीजेपी ने चुनाव के पहले बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया है। पूरे राज्य भर से जगह-जगह हिंसा, आगजनी, पथराव की खबरें आई। ग्राम पंचायत, जिला परिषद व पंचायत समिति की करीब 64,000 सीटों के लिए सुबह मतदान शुरू होते ही विभिन्न जिलों से भारी हिंसा, झड़प, बूथ पर कब्जा, मतपत्रों को लूटने और मतदाताओं को डराने की घटनाएं शाम तक जारी रहीं। इस हिंसा के बाद पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने हिंसा प्रभावित इलाकों में धारा 144 लगाने की मांग की है।
भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी का ने कहा कि उन्होंने आगे कहा कि आज (8 जुलाई) लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म हो गया है। हमारी मांग है कि जहां भी CCTV नहीं है और जहां भी चुनाव में धांधली हुई वहां फिर से मतदान कराया जाए। इनके (राज्य चुनाव आयोग) के खिलाफ 302 के तहत FIR दर्ज किया जाना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि, बंगाल में बहुत सारे हथियार और गोला-बारूद आए हैं…ज्यादातर मौतें गोली लगने से हुईं, ये हथियार यहां किसने भेजे और किसने फंडिंग की, इसलिए इसकी एनआईए जांच होनी चाहिए…हिंसा में कई गरीब लोग मारे गए , पुलिस क्या कर रही थी?…इसकी जांच सीबीआई द्वारा होनी चाहिए।
वहीं कल बंगाल में एक मतदाता ने मतदान से नाराज होकर बैलट बॉक्स में पानी डाल दिया। वहीं, कूच बिहार ज़िले में दिनहाटा के बारानाचिना में एक मतदान केंद्र पर कथित तौर पर फर्जी मतदान से नाराज मतदाताओं ने मतपेटी में आग लगा दी।