नई दिल्ली के अशोका होटल में हुए एनडीए की बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि देश विपक्षी दलों के झूठ, अफवाहों और बेबुनियाद आरोपों को खारिज करते हुए एनडीए गठबंधन के नेतृत्व पर भरोसा जता रहा है। विपक्ष के सामने पहचान और प्रासंगिकता का संकट है। आज विपक्ष भ्रमित है। एनडीए के घटक दल पीएम मोदी के नेतृत्व में 2024 के लोकसभा चुनावों में भारी जनसमर्थन और आशीर्वाद से बड़े जनादेश के साथ विजयी होने की घोषणा करते हैं। एनडीए के घटक दल इस विकास यात्रा के भागीदार के रूप में एकजुट हैं और एकमत हैं।
बताते चलें कि एक ओर 26 विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ गठबंधन का मुकाबला करने के लिए बेंगलुरु में अपना सम्मेलन आयोजित किया, उसी दिन बीजेपी ने अपने सहयोगियों के साथ शक्ति प्रदर्शन किया। एनडीए के घटकों ने देश के विकास की सराहना की और बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर मोदी के नेतृत्व में अपना विश्वास व्यक्त किया।
प्रस्ताव में कहा गया कि चाहे वह अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार हो या मोदी के नेतृत्व वाली सरकार, इसने हमेशा क्षेत्रीय आकांक्षाओं का सम्मान करते हुए राष्ट्र निर्माण के लिए काम किया है। प्रस्ताव में मोदी सरकार के गरीब-समर्थक उपायों की सराहना की गई, जिससे गरीबी में भारी कमी आई है।
घटक दलों ने कहा कि एनडीए सरकार एससी, एसटी, ओबीसी, महिलाओं और समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है।