भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (INDIA) में शामिल कुछ विपक्षी दल लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस ला सकते हैं। मंगलवार सुबह ‘इंडिया’ गठबंधन की पार्टियों ने एक बैठक में नोटिस सौंपने के प्रस्ताव पर चर्चा की।
सूत्रों ने कहा कि मणिपुर की स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संसद में बोलने के लिए मजबूर करने के विभिन्न विकल्पों पर विचार किया गया। उसके बाद यह निर्णय लिया गया कि सरकार को इस मुद्दे पर चर्चा शुरू करने के लिए मजबूर करने का यह एक प्रभावी तरीका होगा। सूत्रों ने कहा कि मणिपुर पर सरकार को घेरने की विपक्ष की रणनीति राज्यसभा में भी जारी रहेगी।
हमारी सीटें और बढ़ेंगी: प्रहलाद जोशी
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विपक्ष ने इससे पहले भी 2019 चुनाव से पहले अविश्वास प्रस्ताव लाया था और उस पर लंबी चर्चा हुई थी और उसका परिणाम बाद में देखने को मिला। हमें यानी एनडीए को 2014 से भी अधिक सफलता मिली और हम 300 से अधिक सीट लेकर फिर से सरकार में आए। इस बार भी विपक्ष अगर अविश्वास प्रस्ताव लाता है तो हमारी सीट 2019 से भी अधिक आएगी। उनके प्रस्ताव से हमें कोई दिक्कत नहीं है।
इससे पहले पीएम मोदी ने आज संसद की कार्यवाही शुरू होने से ठीक पहले बीजेपी की संसदीय बैठक की अध्यक्षता की थी। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में उन्होंने विपक्ष पर हमला बोला था। उन्होंने इस बैठक में कहा कि मैंने आज तक कभी इस तरह की दिशाहीन विपक्ष नहीं देखा था। उन्होंने कहा कि सिर्फ अपने गठबंधन का नाम इंडिया लिख लेने से कुछ नहीं हो जाता।