आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मणिपुर में हुई घटना को लेकर सभापति की कुर्सी के सामने पहुंचकर विरोध जताया था। इसके बाद उन्हें पूरे मानसून सत्र से निलंबित कर दिया गया। उसके बाद गुस्साए विपक्षी दलों के सांसद ने संसद के बाहर पूरी रात धरना दिया।
बताते चलें कि सोमवार को संसद के मानसून सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही राज्यसभा और लोकसभा में मणिपुर के मुद्दे पर पीएम मोदी के बयान की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष के विरोध के दौरान राज्यसभा सभापति ने आप सांसद संजय सिंह को मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया।
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री आकर मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा करेंगे तो आसमान तो नहीं फट जाएगा? पूरी दुनिया में इस मुद्दे पर चर्चा हो रही है। हमारी बस छोटी सी मांग है कि मणिपुर में आज जो गंभीर हालात हैं उसपर प्रधानमंत्री चर्चा के लिए आए। पीएम नरेंद्र मोदी को संसद में मणिपुर मामले पर बयान देना चाहिए। इतने संवेदनशील मसले पर उनकी चुप्पी क्या दर्शाती है।
सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि विपक्षी पार्टियों की मांगें हैं कि संसद में पीएम बयान दें, मणिपुर के सीएम इस्तीफा दें और एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल मणिपुर भेजा जाए। वहीं सपा सांसद जया बच्चन ने कहा कि मणिपुर के विषय में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा हो रही है, लेकिन हमारे देश में नहीं हो रही। यह शर्म की बात है। वे मणिपुर पर चर्चा नहीं चाहते। इसके बजाय, वे विपक्ष शासित राज्यों की बात करते हैं। हमें बताएं कि आपके राज्यों में क्या हो रहा है।