जुलाई महीने में हरियाणा के नूंह में सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। इस हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई थी। वहीं अब जन की बात के संस्थापक प्रदीप भंडारी और प्रसिद्ध लेखक रतन शारदा ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की है। इस याचिका में पूरे हिंसा की NIA की निगरानी में जांच की मांग की गई है।
इसके अलावा कई अन्य मांगे भी की गई है। प्रदीप भंडारी और रतन शारदा ने सुप्रीम कोर्ट के वकील शशांक शेखर झा के माध्यम से याचिका दाखिल की है।
याचिका में मांग की गई है कि हिंसा में जितने भी घर जले हैं उनकी ऑडिटिंग हो और उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए। इसके अलावा यह भी मांग की गई है कि जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उन्हें एक करोड़ रुपए की मुआवजा राशि मिले। इसके साथ ही धार्मिक जुलूसों के लिए विस्तृत दिशानिर्देश तैयार करने के निर्देश भी मांगे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।