अपने बेतुके बयानों को लेकर अक्सर विवादों में रहने वाले भारत पे से निकाले गए बिजनेसमैन और शार्क अशनीर ग्रोवर ने एक बार फिर एक बेतुका बयान दिया है। जिसके बाद प्रदीप भंडारी ने अशनीर को ट्विटर पर जमकर लताड़ लगाई है।
दरअसल अशनीर ने पिछले दिनों इंदौर के कार्यक्रम में इंदौर की स्वच्छता सर्वेक्षण में टॉप पर रहने को लेकर स्वालिया निशान लगाया। उन्होंने कहा की इंदौर वालों ने स्वच्छता सर्वेक्षण खरीदा है। जिसके बाद इंदौर में उंपर FIR भी दर्ज कराई गई है। प्रदीप भंडारी ने अशनीर ग्रोवर के इस बेतुके मजाक का जवाब देते हुए ट्विटर पर उनकी जमकर क्लास लगाई। प्रदीप भंडारी ने कहा अशनीर ने जो कहा वो मजाक की बात नहीं है, इंदौर 33 लाख इंदौरवासियों की मेहनत से स्वच्छता में नंबर 1 है।
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प्रदीप भंडारी ने अशनीर के वीडियो को कोट करते हुए लिखा “अश्नीर, इंदौर से होने और शहर में विकास और स्वच्छता अभियान में भाग लेने के कारण, मैं आपको कुछ तथ्यों से अवगत कराता हूँ: 33 लाख इंदौरवासियों की मेहनत से आज इंदौर नंबर 1 है।
आपने जो कहा वह मजाक नहीं था, आपके द्वारा टिप्पणी करना और तथ्यों की परवाह किए बिना शहर में विकास का नेतृत्व करने वाले लोगों का मजाक उड़ाना करना दंभपूर्ण कदम था।
क्या आप जानते हैं?
1) हर रात सड़कों को धोया और साफ किया जाता है
2) प्रत्येक घर के दरवाजे पर चौबीस घंटे चलने वाली मोबाइल वैन में कचरा इकट्ठा किया जाता है। जिसकी शुरुआत 2017 में हुई थी।
3) पढ़ें कि कैसे एमपी की फूड स्ट्रीट छप्पन साफ रहती है, और उसके बाद दुनिया भर में किसी भी अन्य फूड स्ट्रीट से इसकी तुलना करें।
एक ऐसे शहर के लिए जो राज्य के GSDP में 33% योगदान देता है और फिर भी 6 वर्षों से सबसे स्वच्छ बना हुआ है, यह शहर के लोगों और प्रशासन के सामूहिक प्रयासों की वजह से है। सर्वेक्षणकर्ताओं को खरीदने से नहीं, और सर्वेक्षण करने वाले कोई स्थानीय सर्वेक्षणकर्ता नहीं हैं!”
आपको बता दें की इंदौर ब्रिलियंट कन्वेंशन जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन के कार्यक्रम में अशनीर ग्रोवर मुख्य अतिथि के रूप में चर्चा कर रहे थे। इस दौरान ग्रोवर ने बेहद बेतुका बयान देते हुए कहा कि एक बार, दो बार, तीन बार और हर बार इंदौर के पहले नंबर पर आने से माना जा सकता है कि इंदौर ने स्वच्छता सर्वे को ही खरीद रखा है। जिसके कारण उसे हर बार यह अवॉर्ड मिलता है। जबकि स्वच्छता के लिहाज से भोपाल बेहतर है। सिर्फ सड़कों से रैपर उठाना ही सफाई नहीं होती। इंदौर में ऐसा होता है। क्लीनलीनेस में सिर्फ चिप्स के पैकेट को ही नहीं गिनते हैं। मलबे को भी गिनते हैं।
मतलब ग्रोवर ने इशारों-इशारों में यह जताने का प्रयास किया कि इंदौर गड़बड़ी करके स्वच्छता के नाम पर पहले नंबर पर है।
इस दौरान कार्यक्रम के आयोजक बेशर्मी से इंदौर को लेकर आपत्तिजनक बयानबाजी सुनते रहे। कार्यक्रम के बाद जैसे ही ग्रोवर का यह वीडियो वायरल हुआ तो इंदौर नगर निगम ने इस पर आपत्ति जताते हुए इसे शहर का अपमान बताया। बता दें कि मध्य प्रदेश का इंदौर शहर लगातार छह साल से केंद्र के स्वच्छ सर्वेक्षण में शीर्ष पर बना हुआ है।
अशनीर के इस बयान के बाद सोमवार शाम को इंदौर के लसुड़िया थाने में मोटिवेशनल स्पीकर और उद्यमी अशनीर ग्रोवर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया। ग्रोवर को इंदौर के संजय घावरी की शिकायत पर आईपीसी की धारा 499 और 500 के तहत आरोपी बनाया गया है।