प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन का ऐलान किया था। इस साल इस अभियान को आगे बढ़ाकर स्वच्छता अभियान 3.0 को लॉन्च किया गया है, जो कि 1 अक्टूबर से चलकर 31 अक्टूबर तक चलेगा। रेलवे इस अभियान के जरिए कबाड़ से सोना बना रही है। मिनिस्ट्री ने एक बयान में बताया कि रेलवे इस विशेष स्वच्छता अभियान के पहले 13 दिनों में ऑफिस के स्क्रैप बेचकर 66 लाख रुपये से अधिक कमा चुकी है। मिनिस्ट्री ने बताया कि कबाड़ को बेचने से रेलवे के कार्यालयों में 3,97,619 वर्ग फुट की जगह भी खाली हुई है। इसका इस्तेमाल किसी दूसरे काम में किया जा सकता है।
रेल मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में रविवार को बताया कि उसने अपने विशेष स्वच्छता अभियान 3.0 के पहले 13 दिनों में कबाड़ बेचकर 66 लाख रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त किया है। विशेष स्वच्छता अभियान 3.0 की शुरुआत 1 अक्टूबर को हुई और यह 31 अक्टूबर तक चलेगा। इसमें 318504 वर्ग फुट जगह खाली करने का लक्ष्य रखा गया है।
रेलवे ने एक बयान में कहा कि इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, 13 अक्टूबर, 2023 तक अभियान के दौरान 5,297 से अधिक स्वच्छता अभियान चलाए गए हैं। अभियान के दौरान 1.02 लाख से अधिक सार्वजनिक शिकायतों का समाधान किया गया।
रेलवे ने बताया कि इस अभियान के दौरान कार्यालयों और कार्यस्थलों में स्क्रैप निपटान पर विशेष ध्यान दिया गया, जिसके परिणामस्वरूप 3,97,619 वर्ग फीट जगह खाली हो गई और कार्यालय स्क्रैप के निपटान के माध्यम से लगभग 66.83 लाख रुपए राजस्व उत्पन्न हुआ है। रिकॉर्डिंग और निराई के उद्देश्य से 51,954 से अधिक फाइलों की समीक्षा की गई है।