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ब्रिटेन में हिंदू प्रधानमंत्री के बाद अब लंदन चुनेगा हिंदू मेयर? जानिए तरुण गुलाटी की दिल्ली से लंदन तक की पूरी स्टोरी

भारतीयों का डंका विदेश में भी बज रहा है। टेक्नोलॉजी से लेकर राजनीति के क्षेत्र तक भारतीय पूरी दुनिया में छा रहे हैं। दुनिया की टॉप कंपनियों के सीईओ जहां भारतीय हैं, तो वहीं ब्रिटेन के प्राइम मिनिस्टर ऋषि सुनक भारतीय हैं। लेकिन अब जल्द ही एक और खुशखबरी मिल सकती है। 2 मई 2024 को लंदन के मेयर पद का चुनाव होगा और इस चुनाव में भारतीय मूल के तरुण गुलाटी भी निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। तरुण गुलाटी का जन्म दिल्ली में हुआ था और उनके पिता भारत सरकार में सिविल सर्वेंट थे। तरुण गुलाटी ने अपनी पूरी पढ़ाई दिल्ली यूनिवर्सिटी से की और भारत में कई बड़ी कंपनियों में काम किया। तरुण गुलाटी की उम्र 63 वर्ष है और वह पिछले 21 सालों से लंदन में रह रहे हैं। तरुण गुलाटी ने ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद भारत में ही सिटी बैंक में काम किया और इसके बाद उन्होंने एचएसबीसी बैंक में काम किया। एचएसबीसी बैंक में काम के दौरान उनकी प्रतिभा को बैंक पहचाना और उन्हें 1996 में हांगकांग भेज दिया गया। इसके बाद वहां पर उन्होंने बैंक के कारोबार को आगे बढ़ाया और उसके बाद उन्हें अन्य देशों में भेजा गया।

2004 में एचएसबीसी बैंक ने उन्हें लंदन में इंटरनेशनल पर्सनल बैंकिंग का हेड बना दिया। इसके बाद बैंक उन्हें आर्मेनिया भेज रहा था लेकिन उन्होंने लंदन में ही रुकने का फैसला किया। इस दौरान वह यूटीआई के सीईओ बन गए। इसके अलावा तरुण गुलाटी मॉरीशस के भी एक बैंक के वाइस चेयरपर्सन रहे। तरुण गुलाटी के अनुसार वह अब तक विभिन्न कंपनियों के 45 बोर्ड में रह चुके हैं और आज भी कई कंपनियों के बोर्ड में शामिल हैं और स्ट्रेटिजिक एडवाइजर हैं। करीब 4 साल पहले 2019 में उन्होंने कंजरवेटिव पार्टी का दामन थामा था। लेकिन एक महीने पहले जब कंजरवेटिव पार्टी ने सुसान हाल को लंदन में मेयर पद का प्रत्याशी घोषित कर दिया। इसके बाद तरुण गुलाटी ने पार्टी छोड़ दी। तरुण गुलाटी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बनाया है। तरुण गुलाटी ने 2019 से लंदन की राजनीति में कदम रखा और जनता का उन्हें खूब समर्थन मिल रहा है। लंदन के महत्वपूर्ण मुद्दों को वह उठा रहे हैं और जनता इसमें उनका साथ दे रही है। तरुण गुलाटी ने जन की बात से बात करते हुए कहा कि जनता की मांग पर ही वह चुनाव में आ रहे हैं और उनके पास एक ऐसा विजन है जो लंदन की समस्याओं को हल कर सकता है।

जानिए क्या है तरुण गुलाटी का वादा

तरुण गुलाटी लंदन के मुद्दों पर बात करते हुए कहते हैं कि वहां पर मेयर सादिक खान ने ULEZ नाम का अभियान शुरू किया और इसके अनुसार जिन भी गाड़ियों का कट ऑफ पीरियड क्रॉस हो जाता है और वह किसी अन्य जोन में घुस जाती है तो उन पर 12.5 पाउंड का जुर्माना लगाया जाता है। तरुण गुलाटी ने वादा किया है कि अगर वह मेयर बनते हैं तो पहले दिन से इसे खत्म कर दिया जाएगा।

तरुण गुलाटी ने अपना कैंपेन शुरू कर दिया है और उनका कहना है कि वह भारत से ही इसकी शुरुआत कर रहे हैं क्योंकि यही से उन्होंने सब कुछ सीखा है। तरुण गुलाटी ने कहा कि लंदन में क्राइम एक बहुत बड़ा मुद्दा है। वहां पर कई पुलिस थानों को बंद कर दिया और लोगों के अंदर पुलिस का भय खत्म हो गया है। अगर वह मेयर बनते हैं तो वह इस मुद्दे पर भी काम करेंगे। इसके अलावा उन्होंने सबसे महत्वपूर्ण बात पर जोर देते हुए कहा कि लंदन में सबको अफॉर्डेबल घर मिले, इसके बारे में भी वह काम करेंगे उन्होंने कहा कि किराए बढ़ रहे हैं और इंटरेस्ट रेट भी बढ़ रहा है जिससे लोगों के पास रहने का ठिकाना नहीं है। अगर वह मेयर बनते हैं तो वह खाली प्लॉट पर घर बनवाएंगे और लोगों के जीवन को आसान बनाएंगे।

तरुण गुलाटी ने यह भी दावा किया कि अगर वह मेयर बनते हैं तो वह लंदन में इन्वेस्टमेंट लेकर आएंगे, क्योंकि वह दुनिया के कई बड़ी कंपनियों के साथ काम कर चुके हैं और उन्हें पता है कि इन्वेस्टमेंट कैसे लाया जाता है। तरुण गुलाटी ने बताया कि लंदन का बजट 21 बिलियन पाउंड है और इसके अंतर्गत पुलिस और कई सारे महत्वपूर्ण विभाग आते हैं। तरुण गुलाटी ने हाल ही में लंदन में हुए खालिस्तान प्रदर्शनों पर बात करते हुए कहा कि अगर वर्तमान मेयर चाहते तो भारतीय झंडे का अपमान नहीं होता और खालिस्तानी इस तरह से प्रदर्शन ना करते। उन्होंने कहा कि किसी भी देश में दूसरे देश के झंडे का अपमान गलत है।

तरुण गुलाटी ने कहा कि लंदन की हालत खराब है और अब लंदन को एक ऐसा आदमी चाहिए जो बिना किसी जाति धर्म के बीच भेदभाव किए सबके लिए काम करें।

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