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PLI लक्ष्य से ज्यादा मूल्य के iPhone का हुआ प्रोडक्शन, निर्यात में भी जोरदार उछाल

मेक इन इंडिया रणनीति की सफलता का यह बेहतरीन उदाहरण है। ऐपल इंक ने वित्त वर्ष 2024 के पहले सात महीनों (अप्रैल से अक्टूबर) में अपने लिए ठेके पर मोबाइल बनाने वाले तीन वेंडरों के जरिये देश में 60,000 करोड़ रुपये फ्रेट-ऑन बोर्ड (एफओबी) मूल्य के आईफोन बनाए हैं। यह आंकड़ा मोबाइल फोन के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत चालू वित्त वर्ष के लिए निर्धारित 74,000 करोड़ रुपये के समेकित लक्ष्य का 81 फीसदी है। इस दौरान देश में बनाए गए कुल आईफोन में से 70 फीसदी का निर्यात किया गया है। यह आंकड़ा ऐपल के तीन वेंडरों – फॉक्सकॉन, पेगाट्रॉन और विस्ट्रॉन (अब टाटा ने खरीद लिया है) द्वारा केंद्र और राज्य सरकारों को उपलब्ध कराई गई जानकारी पर आधारित है। इस बारे में पूछे जाने पर ऐपल इंक के प्रवक्ता ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

तीनों वेंडरों के साथ चर्चा के आधार पर सरकार ने अनुमान लगाया है कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक आईफोन का उत्पादन 90,000 करोड़ से 1 लाख करोड़ रुपये के एफओबी मूल्य तक पहुंच सकता है। ऐसे में आईफोन का उत्पादन पीएलआई योजना के तहत ऐपल द्वारा की गई प्रतिबद्धता से 20 से 35 फीसदी अधिक हो सकता है। अगर ऐपल इस लक्ष्य को हासिल करती है तो उसके तीनों वेंडर आसानी से वित्त वर्ष 2025 के एफओबी मूल्य के लक्ष्य को पार कर जाएंगे। योजना के चौथे साल में 92,526 करोड़ रुपये मूल्य के आईफोन उत्पादन का लक्ष्य तय किया गया है। पांचवें साल में 1,09,312 करोड़ रुपये मूल्य के आईफोन का उत्पादन किया जाना है।

इससे ऐपल को वित्त वर्ष 2026 तक अपने 18 से 20 फीसदी आईफोन उत्पादन को भारत लाने की महत्त्वाकांक्षी योजना में तेजी लाने में मदद मिलेगी। चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में तीनों वेंडरों ने जितने मूल्य के आईफोन का उत्पादन किया है, वह पिछले वित्त वर्ष के कुल उत्पादन के बराबर है। ऐपल ने वित्त वर्ष 2023 में भारत में 62,000 करोड़ रुपये मूल्य के आईफोन का उत्पादन किया था।

ऐपल पीएलआई के दूसरे साल भी 47,000 करोड़ रुपये मूल्य के आईफोन उत्पादन लक्ष्य से ज्यादा का आईफोन बनाने में सफल रही थी। उस दौरान कंपनी के तीनों वेंडरों ने 62,000 करोड़ रुपये मूल्य के आईफोन का देश में उत्पादन किया था।

इस साल देश से आईफोन के निर्यात में तेजी आने से उत्पादन में जोरदार उछाल आई है। चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में देश से आईफोन का निर्यात इससे पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 177 फीसदी बढ़कर 5 अरब डॉलर (41,700 करोड़ रुपये) पहुंच गया।

वित्त वर्ष 2023 की समान अवधि में ऐपल ने देश से 1.8 अरब डॉलर मूल्य के आईफोन का निर्यात किया था। इसके परिणामस्वरूप चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से अक्टूबर के दौरान देश से कुल मोबाइल फोन के निर्यात में ऐपल का हिस्सा वित्त वर्ष 2023 के 43 फीसदी से बढ़कर 62.5 फीसदी हो गया है।

इससे उत्साहित होकर संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में घोषणा की थी कि वित्त वर्ष 2024 में देश से मोबाइल का निर्यात बढ़कर 15 अरब डॉलर पहुंच जाएगा जबकि कुल उत्पादन का मूल्य 50 अरब डॉलर पहुंच सकता है।

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Vipin Srivastava
Vipin Srivastava
journalist, writer @jankibaat1

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