भारत सरकार के डेटा के अनुसार सितंबर तक निर्यात में एमएसएमई का 45% योगदान था, जिसकी पुष्टि सरकारी आंकड़े करते हैं।
चालू वित्त वर्ष में सितंबर तक अखिल भारतीय निर्यात में एमएसएमई से संबंधित उत्पादों की हिस्सेदारी 45.56 प्रतिशत थी, एमएसएमई मंत्रालय में राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने सोमवार को राज्यसभा को एक लिखित उत्तर में बताया।
महत्वपूर्ण बात यह है कि अप्रैल-सितंबर 2023 में भारत के कुल निर्यात में अप्रैल-सितंबर 2022 की तुलना में 2.97 प्रतिशत की नकारात्मक वृद्धि देखी गई। पिछले साल छह महीने की अवधि के दौरान निर्यात 387.8 बिलियन डॉलर था। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वित्त वर्ष में सितंबर तक 376.29 अरब डॉलर रहा।
अखिल भारतीय निर्यात में एमएसएमई के अनुसार विशिष्ट उत्पादों के निर्यात की हिस्सेदारी में भी साल-दर-साल गिरावट आ रही है, जबकि माल और सेवाओं सहित देश के कुल निर्यात में वित्त वर्ष 2013 में अनुमानित 13.84 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।