कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से वित्त वर्ष 2022-23 में शुद्ध रूप से 28,69,688 महिला अंशधारक जुड़ी। यह 2019-20 के 15,93,614 के मुकाबले काफी अधिक है।
यह बताता है कि इस दौरान रोजगार में वृद्धि हुई है। राज्यसभा को बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी गयी।
श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री, रामेश्वर तेली ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा को बताया कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के अंशधारकों की संख्या में शुद्ध रूप से वृद्धि रोजगार सृजन/संगठित क्षेत्र में नौकरियां बढ़ने का संकेत है।
तेली ने कहा कि ईपीएफओ में महिला अंशधारकों की संख्या वित्त वर्ष 2019-20 में 15,93,614 थी जो वित्त वर्ष 2022-23 में 28,69,688 हो गई।