भारत सरकार के आंकड़ों के अनुसार पीएलआई योजना की बदौलत फार्मा सेक्टर का आयात घटा है। स्वदेशी विनिर्माण को बढ़ावा देने और बाहरी स्रोतों पर निर्भरता कम करने के भारत के लक्ष्य के बारे में बोलते हुए विशेषज्ञ ने कहा की डिजिटल प्रगति के समावेश के माध्यम से आपूर्ति श्रृंखला की दक्षता और पारदर्शिता में काफी सुधार किया जा सकता है।
आत्मनिर्भरता और आयात पर निर्भरता कम करने की हमारी खोज में उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन योजना को सुव्यवस्थित करने के लिए अच्छी तरह से तैयार किए गए उपायों को लागू करना एक महत्वपूर्ण उत्प्रेरक बन गया है। सरकार को घरेलू एपीआई निर्माताओं को प्रोत्साहित करने पर विचार करना चाहिए।
विशेषज्ञों का कहना है कि हम जीवन रक्षक दवाओं पर आयात शुल्क को खत्म करने की भी उम्मीद करते हैं, यह मानते हुए कि व्यक्तियों को स्वास्थ्य संकट के दौरान पर्याप्त कर नहीं देना चाहिए। इसके साथ ही, हम नवप्रवर्तन के लिए प्रोत्साहन बढ़ाने और उन्नत अनुसंधान में विदेशी निवेश आकर्षित करने का आह्वान करते हैं।
बताते चलें कि PLI स्कीम फार्मा सहित कुछ क्षेत्रों के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजनाओं में बदलाव करने पर विचार कर रही है। इसको लेकर एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहां कि मंत्रिमंडल ने इसे अंतिम रूप दे दिया है। इस योजना की घोषणा 1.97 लाख करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ 2021 में 14 क्षेत्रों के लिए की गई थी।