प्रदीप भंडारी ने ज़ी न्यूज़ पर अपने बहस ताल ठोक के में बदायूं की घटना पर चर्चा की। प्रदीप भंडारी ने कहा कि बदायूं में संगीता का घर और ब्यूटी पार्लर की दुकान थी और उसके ठीक सामने जावेद और साजिद की नाई की दुकान थी। जावेद और साजिद संगीता के दो बच्चे आयुष और आहान की गला रेत कर हत्या कर देते हैं, लेकिन गाजा पर आंसू बहाने वाले नेताओं के कानों पर जूं नहीं रेंगी और वह मासूमों के हत्यारे साजिद के एनकाउंटर से व्यथित हैं।
प्रदीप भंडारी ने कहा, “समाजवादी पार्टी के बड़े नेता शिवपाल यादव कहते हैं कि एनकाउंटर हो गया है। रामगोपाल यादव कहते हैं कि बीजेपी करवा रही है। वहीं समाजवादी पार्टी का मीडिया सेल ट्वीट करता है कि चुनाव को देखते हुए यह घटनाएं करवाई जा रही है। बात यह है कि इन लोगों के लिए वोट बैंक पॉलिटिक्स ही सब कुछ है।”
Why are those who shed tears day and night for Gaza silent on Badayun today? Why do they turn a blind eye to the murders of Ayush and Piyush? Is the politics of appeasement dominating over humanity?
Watch Pradeep Bhandari's Lead on tonight's #TaalThokKe debate on @ZeeNews.… pic.twitter.com/JF9IREL4Ym
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) March 20, 2024
प्रदीप भंडारी ने कहा कि यह नेता यह बयान दे बातें अगर हत्यारों के नाम साजिद और जावेद ना होकर सोहन और जतिन होता और मासूमों का नाम अब्बास और आफताब होता।