कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संभल दौरे को लेकर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर चल रहे प्रदर्शन के कारण यातायात बाधित हो गया। इस रूट पर लगे जाम से आम नागरिक परेशान थे। कई लोगों के जरूरी काम प्रभावित हुए, जिनमें परीक्षा देने जा रहे छात्र और अस्पताल जाने वाले मरीज शामिल थे।
गाजीपुर बॉर्डर पर फंसे एक यात्री ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया, “मैं एक घंटे से ट्रैफिक में फंसा हुआ हूं। मुझे अपने बच्चे की सर्जरी की जांच के लिए मेरठ जाना है। मेरे बच्चे के लिए अपॉइंटमेंट था, लेकिन मुझे समय पर पहुंचने की कोई उम्मीद नहीं है।” वहीं एक यात्री को मेरठ जाना था, जो गाजीपुर बॉर्डर पर करीब 2 घंटे से फंसा रहा।
Ghazipur Border: After the violence in Sambhal, Lok Sabha LoP Rahul Gandhi's visit to Sambhal led to Congress workers gathering on NH 9 and DME, causing severe traffic disruptions. Commuters are frustrated after being stuck for hours
A commuter says, "I’ve been stuck in traffic… pic.twitter.com/lNvRyNM8uq
— IANS (@ians_india) December 4, 2024
एक अन्य यात्री ने कहा, “मैं 2 घंटे से इस ट्रैफ़िक में फंसा हुआ हूं। आम जनता परेशान हो रही है और हम मध्यम वर्ग के लोग किसी के राजनीतिक एजेंडे में फंस रहे हैं।”
एबीपी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार गाजीपुर सीमा पर जाम से परेशान लोग राहुल और प्रियंका गांधी के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। नारे लगाने के बाद कांग्रेस समर्थकों ने लोगों को जमकर पीटा। जाम में फंसे एक युवक ने कहा कि मुझे कुछ नहीं पता कि हमें क्यों रोका गया है। अगर वह (राहुल गांधी) वहां (सड़क के दूसरी तरफ) हैं तो यह सड़क क्यों अवरुद्ध है। जनता को क्यों परेशानी उठानी पड़ रही है।
दरअसल संभल डीएम की तरफ से 10 दिसंबर तक किसी भी जनप्रतिनिधि या बाहरी व्यक्ति के शहर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी है। बावजूद इसके कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेता वहां जाने का प्रयास कर रहे हैं।
न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार एसपी त्यागी नाम के एक बुजुर्ग को अपने भाई की अंतिम यात्रा में शामिल होना था और वे करीब डेढ़ घंटे से जाम में फंसे थे। उन्होंने जाम खोलने की गुहार भी लगाई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद जाम में फंसे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।