राजस्थान में चल रहा सियासी नाटक अब एक दिलचस्प मौड़ पर आता दिखाई दे रहा है। एक तरफ जहां विधायकों के मनोरंजन के होटल में लगान मुगले आजम जैसी फिल्में दिखाई जा रही है। वही दूसरी तरफ अब फ्लोर टेस्ट की भी मांग उठने लगी है।राजस्थान की सियासी उठापटक में अब केंद्रीय गृह मंत्रालय भी सक्रिय हो गया है। गृह मंत्रालय ने राजस्थान के मुख्य सचिव से फोन टैपिंग मामले में रिपोर्ट मांगी है। तो वही प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत ने राज्यपाल कलराज मिश्रा से मुलाकात कर बहुमत का दावा किया है।
इसी बीच जानकारी मिल रही है कि अगले सप्ताह विधानसभा का स्तर भी बुलाया जा सकता है। साथ ही सरकार बुधवार या गुरुवार को विधानसभा का सत्र बुलाकर फ्लोर टेस्ट करा सकती है।
मिल रही जानकारी के अनुसार राजस्थान के फोन टैपिंग मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी है। हालांकि मुख्य सचिव राजीव स्वरूप का कहना है कि फोन टैपिंग की उन्हें जानकारी नहीं है,ना ही फोन टैपिंग को लेकर उनके पास कोई शिकायत आई है।
इसी बीच सचिन पायलट का बीती रात एक ट्वीट सामने आया जिसमें उन्होंने नार्थ ईस्ट में आई बाढ़ का जिक्र करते हुए कहा कि हमे बाढ़ पीड़ित क्षेत्र में लोगों को राहत पहुंचाने होगी। वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल से मिलकर बहुमत होने का दावा भी पेश किया है।
अब देखना यह होगा कि क्या फ्लोर टेस्ट में सीएम अशोक गहलोत अपना बहुमत सिद्ध कर पाते हैं या नहीं?