Voice Of The People

जर्मनी में कोरोना वायरस के प्रसार का परीक्षण करने के लिए विशेष रूप से 4,000 दर्शकों का पॉप कॉन्सर्ट होगा

अमन वर्मा

इस वक़्त जब पूरा विश्व कोरोना वायरस की चपेट में है। हर जगह इसकी रोक थाम के लिए पर्याप्त दूरी बनाने को कहा जा रहा है। वहीं 22 अगस्त को जर्मन शहर लीपज़िग में एक पॉप कॉन्सर्ट होने जा रहा है, आपको बता दें कि ये कोई आम कॉन्सर्ट नहीं है। टिम बेंडज़्को के इस कॉन्सर्ट में, उनके बैंड के साथ साथ लगभग 4,000 लोग महामारी के बीच इस कॉन्सर्ट का हिस्सा होंगे।

कोरोना वायरस के एक प्रयोग के रूप में, 22 अगस्त को होने वाले संगीत कार्यक्रम में 18 से 50 वर्ष के बीच के दर्शकों का जमावड़ा होगा, ऐसा इस लिए किया जा रहा है, ताकि भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर लोगों के व्यवहार और चाल-चलन पर डेटा एकत्र कर के शोध किया जा सके। आपको बता दे की COVID-19 को ध्यान में रख कर आयोजकों ने मानक संचालन प्रक्रियाओं के अनुसार,इस संगीत कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा, जिसमें दर्शक एक-दूसरे से 1.5 मिनट दूर बैठे होंगे।

कॉन्सर्ट में हिस्सा लेने वाले दर्शकों को अपनी गर्दन के चारों ओर एक सेंसर पहनना होगा, जो उनकी गतिविधियों और उनके संपर्क में आने वाले लोगों को ट्रैक करेगा। जर्मनी न्यूज़ पोर्टल द स्वैडल में एक रिपोर्ट के अनुसार, दर्शकों को प्रयोग के दौरान छूने वाली सतहों को चिह्नित करने के लिए फ्लोरोसेंट हैंड-सैनिटाइज़र दिया जाएगा, और इस तरह वैज्ञानिकों को यूवी प्रकाश के साथ सबसे अधिक स्पर्श वाली सतहों को ट्रैक करने में आसानी होगी।

“हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या पुराने और नए सामान्य के बीच एक मध्य मार्ग हो सकता है जो आयोजकों को नुकसान न करने के लिए एक कॉन्सर्ट स्थल में पर्याप्त लोगों को फिट करने की अनुमति देगा,” मानव ​​संक्रामक रोगों के प्रमुख स्टीफन मोरिट्ज़ ने कहा, हाले-विटनबर्ग के मार्टिन लूथर विश्वविद्यालय, इस प्रयोग का संचालन कर रहा है।

SHARE
Sombir Sharma
Sombir Sharmahttp://jankibaat.com
Sombir Sharma - Journalist

Must Read

Latest