जन की बात संस्था जनता की आवाज को ना ही सिर्फ उठाती है बल्कि उसे उसके अंजाम तक भी ले जाने की कोशिश करती है। चाहे वो सुशांत सिंह राजपूत केस में CBI जांच की मांग हो या फिर लॉकडाउन के समय जनता और प्रवासी मजदूरों की आवाजों को बुलंद करने कि बात हो। इसी कड़ी में आज जन कि बात के CEO प्रदीप भंडारी ने JEE Mains और NEET के साथ सितंबर में होने वाली तमाम परीक्षाओं की तिथि को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल को पत्र लिखा है।
पत्र में लिखी गई मुख्य बातें
देश में आज हर रोज़ 60हजार के करीब कोरोना वायरस से संक्रमित केस दर्ज हो रहे हैं। ऐसे में परीक्षा आयोजित कर के छात्रों के स्वास्थ्य को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता है।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस गंभीर महामारी के समय देश की जनता को अंधेरे में दिये दिखाने जैसा काम किया है। आज उनके कुशल नेतृत्व की वजह से मास्क लगाना जनता के लिए एक नई आदत बन गई है। ऐसे में परीक्षा करवा कर हम सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन ठीक से नहीं कर पाएंगे।
कुछ राज्यों में अभी भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा पहले कि तरह बहाल नहीं हुई है। ऐसे में निम्न वर्ग के छात्र परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में असफल होंगे।
बिहार राज्य जो इस वक़्त बाढ़ की चपेट में है। वहां लॉकडाउन में फंसे बच्चों के लिए परीक्षा केंद्र तक जाना मुमकिन नहीं हो पाएगा।
लाखों छात्रों की मांगो को ध्यान में रखते हुए कृपया परीक्षा की तिथि को नवंबर तक टाल दिया जाए।
इन मांगो के साथ आज प्रदीप भंडारी ने शिक्षा मंत्रालय को पत्र लिखा है। आपको बता दें कि आज ही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने तमाम तरह की प्रवेश परीक्षाओं की तारीख को आज घोषित कर दिया है। जिसके बाद छात्र और उनके अभिभावक काफी परेशान हैं।