देश के बहुचर्चित श्रद्धा वालकर हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि श्रद्धा ने आफताब के खिलाफ दो साल पहले मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। श्रद्धा ने मुंबई पुलिस को पत्र लिखकर बताया था कि आफताब उसके साथ मारपीट करता है।
बुधवार को अपने शो जनता का मुकदमा पर शो के होस्ट प्रदीप भंडारी ने मुंबई पुलिस की इसी लापरवाही पर आज का मुकदमा किया।
प्रदीप भंडारी ने कहा कि, 23 नवंबर, 2020 की इस चिट्ठी में श्रद्धा ने कहा था कि आफ़ताब उसके साथ मार-पीट करता हैं और इसके बारे में आफ़ताब के माता-पिता को भी मालूम है। आज उसने मेरा गला दबाकर मुझे मारने की कोशिश की वो मुझे डराता है, ब्लैकमेल करता है कि वो मुझे टुकड़े-टुकड़े में काट कर मुझे मार डालेगा और फेंक देगा।” श्रद्धा ने ये भी कहा था कि पुलिस के पास जाने की मेरी हिम्मत नहीं है क्योंकि उसने मुझे जान से मारने की धमकी दी है।”
प्रदीप भंडारी ने आगे कहा की जब श्रद्धा ने अपनी चिट्ठी में कई बार इस बात का जिक्र किया था कि आफताब अमीन पूनावाला उसे मार सकता है उस वक्त की सरकार और महाराष्ट्र पुलिस ने कुछ क्यों नहीं किया। महिलाओं के मुद्दे पर तो पुलिस को ज्यादा सतर्क रहना चाहिए ज्यादा कार्यवाही करनी चाहिए तो क्या उस वक्त की एमवीए सरकार उद्धव ठाकरे सरकार की पुलिस ने कहीं ना कहीं लापरवाही बरती है।
जब आफताब अमीन पूनावाला के माता-पिता को पता था कि आफताब श्रद्धा को पीटता है और वह हर हफ्ते उनके घर भी आया करते थे उन्होंने क्यों नहीं अपने बेटे को समझाया। दोस्तों क्योंकि यह एक गुस्से में की गई हत्या नहीं एक पहले से सोची समझी साजिश है। एस्टर अमीन पूनावाला ने पहले से ही प्लान कर लिया था कि वह श्रद्धा की हत्या करके उसके टुकड़े-टुकड़े करके फेंक देगा।