देश में नई संसद बन रही है और इसका अधिकतर काम लगभग पूरा हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार रात नई संसद भवन का औचक निरीक्षण करने पहुंच गए। सोशल मीडिया पर यह तस्वीर खूब शेयर हो रही है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर से पीएम मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि ये पैसे की बर्बादी है क्योंकि हर तानाशाह अपनी विरासत पीछे छोड़ कर जाना चाहता है।
वहीं इसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने जयराम रमेश को आइना दिखा दिया। अंकुर सिंह नाम के सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर ने एक स्क्रीनशॉट शेयर किया जिसने जयराम रमेश का मंत्री रहते हुए संसद भवन को लेकर बयान था। अपने पुराने बयान में जयराम रमेश ने कहा था कि हमें नई संसद भवन की जरूरत है। वर्तमान संसद भवन फंक्शनल नहीं है और आउटडेटेड हो चुकी है।
Dear @Jairam_Ramesh, any idea who said it in 2012 that "we need new parliament building, the current is outdated"?
In 2023, new parliament building becomes vanity, legacy of dictatorship?https://t.co/5PBxVKKlzt https://t.co/66mAX9yy5P pic.twitter.com/R0Z86RPMj8
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) March 31, 2023
इसको शेयर करते हुए अंकुर सिंह ने लिखा, “प्रिय जयरामरमेश कोई विचार जिसने 2012 में यह कहा था कि “हमें नए संसद भवन की आवश्यकता है, वर्तमान पुराना है? 2023 में नया संसद भवन बन गया गुमान, तानाशाही की विरासत?”
Another example of how Congress doesn’t respect recommendation of Meira Kumar led LS committee that decided in favour of new parliament building. Earlier they had problem with OBC s but now it seems they don’t want to respect their own SC leader’s decision and intellect as well.… https://t.co/kyyR3u0vnz
— Alok Bhatt (@alok_bhatt) March 31, 2023
वहीं आलोक भट्ट नाम के सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर ने लिखा, “यह एक और उदाहरण है कि कैसे कांग्रेस मीरा कुमार के नेतृत्व वाली लोकसभा समिति की सिफारिश का सम्मान नहीं करती है जिसने नए संसद भवन के पक्ष में फैसला किया था। पहले उन्हें ओबीसी से दिक्कत थी लेकिन अब लगता है कि वे अपने ही एससी नेता के फैसले और बुद्धि का भी सम्मान नहीं करना चाहते। पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछली लोकसभा द्वारा शुरू की गई प्रक्रिया को जारी रखने और लंबे समय से प्रतीक्षित निर्णय को लागू करने का निर्णय लिया।इस बीच पीएम को तानाशाह कहना पीएम को कहने वाले अपशब्दों की सीरीज में एक और जोड़ है।”