बताते चलें कि चुनाव आयोग के अनुसार इस साल कर्नाटक में पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं की संख्या 9.85 लाख है। कर्नाटक में कुल मतदाताओं की संख्या 5.24 करोड़ है। इनमें से 12.15 लाख मतदाता 80 वर्ष से अधिक आयु के हैं और 16,976 सौ वर्ष व उससे ऊपर के हैं।
प्रदीप भंडारी ने बताया कि कर्नाटक में सभी प्रमुख राजनीतिक पार्टियां पहली बार मतदाताओं के समर्थन को मजबूत करने और अपनी पार्टी की तरफ़ खिंचेने का प्रयास कर रही है। सभी पार्टियों ने इसके लिए कई बड़े वादे भी कर दिए हैं।
उन्होंने ये भी बताया कि ग्राइंड स्तर पर बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानथी श्रीनिवासन पुरी तरह से एक्टिव हैं। बीजेपी की ये महीला ग्रुप सेल्फ हेल्प ग्रुप, मंदिर कमिटी, अलग अलग प्रफेशनल, होम मेकर सभी से मिल रही है। हर बूथ स्तर से लेकर जिला स्तर तक महिलाओं की मीटिंग आयोजित की जा रही है।
और इस हर एक प्रचार प्रसार में मुख्य रुप से युवतियों को जोड़ा जा रहा है।
कुछ ही दिन पहले पीएम मोदी ने कर्नाटक के युवाओं को वर्चुअल रैली के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा था कि बीजेपी पार्टी अगले 25 वर्षों में राज्य के विकास का नेतृत्व करने के लिए कर्नाटक में एक “युवा टीम” तैयार कर रही है, प्रधानमंत्री ने कहा कि पार्टी अपने शासन के पांच वर्षों के बारे में नहीं बल्कि देश के बारे में सोचती है।