*क्या बंगाल में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती से डरी ममता बनर्जी? पढ़िए पूरी खबर
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों में सेंट्रल फोर्स की तैनाती के कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने आज खारिज कर दिया। कलकत्ता हाईकोर्ट ने हर जिले में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती का आदेश दिया था इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी।
सीएम ममता बनर्जी ने राज्य में केंद्रीय बलों की तैनाती को लेकर बीएसएफ पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा बल बीजेपी के इशारे पर राज्य के सीमावर्ती इलाकों में वोटरों को डरा रही है। इसके लिए सीएम ने बंगाल पुलिस से उनकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने को कहा है।
कुचविहार में एक रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा, “मुझे जानकारी मिली है कि बीएसएफ के कुछ अधिकारी सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं, वोटरों को धमका रहे हैं और उन्हें वोट न देने के लिए कह रहे हैं। मैं लोगों से कहूंगी कि वे डरें नहीं और निडर होकर चुनाव में हिस्सा लें।”
राज्य चुनाव आयोग ने कहा कि बूथों की संख्या के अनुपात को देखते हुए केंद्रीय बलों की यह संख्या (822 कंपनियां) अपर्याप्त है। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल में और अधिक केंद्रीय बल भेजे जाएं।”
राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) ने शुक्रवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय को सूचित किया कि उसने पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को होने वाले पंचायत चुनावों के लिए केंद्रीय बलों की 822 कंपनियों की मांग की है।