बिहार शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों में त्योहार की छुट्टियों की संख्या कम करने के फैसले की बीजेपी आलोचना कर रही है। गिरिराज सिंह के बाद अब सुशील मोदी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। सुशील मोदी ने इस फैसले को हिंदू विरोधी मानसिकता का परिचायक बताया और कहा कि सरकार अविलंब अपना फैसला वापस ले।
राज्य राज्यसभा सांसद और बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा कि यह हिंदू विरोधी मानसिकता का परिचायक है। बिहार में छठ घर-घर मनाया जाता है। स्कूल खुलेंगे तो इन त्योहारों पर कौन सा बच्चा स्कूल जाएगा? सरकार को अविलंब अपना फैसला वापस लेना चाहिए।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शिक्षा विभाग के उस आदेश की जमकर आलोचना की है जिसमें दिवाली-दशहरा और छठ जैसे त्योहारों में छुट्टियां कम करने का फैसला लिया गया है। गिरिराज सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्वीटर पर इस फैसले को लेकर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा की छुट्टियां रद्द कर दी है। आगे उन्होंने लिखा-कल संभव है कि बिहार में शरिया लागू कर दी जाए और हिंदू त्योहार मनाने पर रोक लग जाए।
बताते चलें कि बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी कर सितंबर से दिसंबर के बीच त्योहारी सीजन में छुट्टियां कम कर दी है। सरकार के इस फैसले पर तरह-तरह की टिप्पणियां सामने आ रही हैं। अधिकांश लोग सरकार के इस फैसले पर रोष जता रहे हैं। बीजेपी नेता गिरिराज सिंह बिहार सरकार के इस फैसले की जमकर आलोचना की है।
बिहार सरकार ने स्कूलों में सिंतबर से दिसंबर के बीच छट्टियों की संख्या को घटा दिया है। अब स्कूलों में 23 छुट्टियों की जगह केवल 11 छुट्टियां दी जाएंगी। नए आदेश के मुताबिक अब 31 अगस्त को रक्षा बंधन की छुट्टी नहीं दी जाएगी। ठीक इसी तरह दुर्गा के अवसर पर 6 की जगह केवल 3 दिनों की छुट्टी रहेगी। राज्य सरकार ने दीपावली से छठ पूजा तक दी जाने वाले अवकाश में भी बदलाव किया है। इस बार 9 दिनों की छुट्टी की जगह केवल 4 दिन यानी 12 नवंबर, 15 नवंबर और 19 एवं 20 नवंबर को अवकाश मिलेगा।