बिलकिस बानो मामले में सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार के फैसले को पलटते हुए दोषियों की सजा माफी रद्द कर दी है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद दोषियों को अब फिर से जेल जाना होगा। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि जहां अपराधी के खिलाफ मुकदमा चला और सजा सुनाई गई, वही राज्य दोषियों की सजा माफी का फैसला कर सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा दोषियों की सजा माफी का फैसला गुजरात सरकार नहीं कर सकती बल्कि महाराष्ट्र सरकार इस पर फैसला करेगी। वहीं अब इस मामले को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है।
कांग्रेस मीडिया विभाग के हेड पवन खेड़ा ने ट्वीट कर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा, “गुजरात सरकार द्वारा Bilkis Bano के 11 बलात्कारियों की रिहाई को रद्द करने वाला सुप्रीम कोर्ट का फैसला, महिलाओं के प्रति भाजपा की क्रूर उपेक्षा को उजागर करता है! यह उन लोगों के चेहरे पर तमाचा है जिन्होंने इन अपराधियों की अवैध रिहाई में मदद की व जिन्होंने न्याय पर बुलडोजर चलाकर, दोषियों को मालाएं पहनाईं और मिठाइयां खिलाईं। स्वतंत्र भारत में न्याय, पीड़ित व अपराधी के धर्म या जाति पर निर्भर नहीं हो सकता।”
गुजरात सरकार द्वारा #BilkisBano के 11 बलात्कारियों की रिहाई को रद्द करने वाला सुप्रीम कोर्ट का फैसला, महिलाओं के प्रति भाजपा की क्रूर उपेक्षा को उजागर करता है!
यह उन लोगों के चेहरे पर तमाचा है जिन्होंने इन अपराधियों की अवैध रिहाई में मदद की व जिन्होंने न्याय पर बुलडोजर चलाकर,…
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) January 8, 2024
कोर्ट ने ये भी कहा कि दोषियों को रिहा करने का गुजरात सरकार का फैसला शक्ति का दुरुपयोग था। सुप्रीम कोर्ट ने सभी 11 दोषियों को अगले दो हफ्ते में जेल अथॉरिटी के सामने आत्मसमर्पण करने का आदेश दिया है। बिलकिस बानो गैंगरेप के 11 दोषियों की सजा गुजरात सरकार ने माफ कर दी थी। गुजरात सरकार के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई, जिस पर सुप्रीम कोर्ट आज अपना फैसला सुनाया।