आर्मेनिया को भारत ने पहली आकाश एयर डिफेंस बैटरी बेची है। इसके साथ ही भारत ने रक्षा निर्यात क्षेत्र में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। ब्रह्मोस मिसाइल बेचने के बाद यह दूसरा हवाई रक्षा कवच है, जिसकी विदेशों में मांग बढ़ी है। रक्षा मंत्रालय के तहत सार्वजनिक क्षेत्र की नवरत्न रक्षा कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) ने बताया कि भारत ने पहली आकाश मिसाइल सिस्टम बैटरी एक मित्र देश को निर्यात किया गया है। यह स्वदेशी रूप से विकसित वायु रक्षा प्रणाली की पहली अंतरराष्ट्रीय बिक्री है।
BEL ने उस देश का नाम नहीं बताया है, जिसे उसने आकाश सिस्टम का निर्यात किया है लेकिन रक्षा सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है कि भारत ने आर्मेनिया को ही यह सिस्टम निर्यात किया है। सूत्रों के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय में रक्षा उत्पादन सचिव संजीव कुमार ने बैटरी को आर्मेनिया के लिए रवाना किया। भारत से निर्यात की जाने वाली यह दूसरी मिसाइल प्रणाली है।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित आकाश मिसाइल सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है, जो 25 किलोमीटर की सीमा के भीतर लड़ाकू जेट, क्रूज मिसाइलों, ड्रोन और अन्य हवाई खतरों को निशाना बनाने में सक्षम है।