मुम्बई के कमला मिल्स में #1Above रेस्टोरेंट में हुई घटना दुखद है। जन की बात की पूरी टीम इस घटना के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करती है।
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मौत से बड़ा सत्य क्या है? कहा जाता है “जो आया सो जायेगा, राजा रंक फ़कीर”. यह बात जितनी सत्य है उतनी ही दर्दनाक भी. सत्य है मौत पर किसी का जोर नहीं. लेकिन यह साडी बातें वहां लागू होती जहाँ मौत स्वाभाविक रूप से आये. ऐसी मृत्यु का जिम्मेदार कोई नहीं होता. लेकिन अस्वाभाविक मृत्यु का क्या? ऐसी मौतें जिसके लिए कोई शख्स जिम्मेदार हो? हमारा कानून ऐसे व्यक्ति को सजा देता है. मतलब साफ़
है, किसी की मृत्यु लेने का अधिकार किसी को नहीं. ऐसा करना कानूनन जुर्म है. लेकिन उन घटनाओं का क्या जहाँ किसी इंसान की गलती भी हो लेकिन उसे सजा भी न दी जा सके? ऐसे में मरने वाले को और उसके परिवारजनों को कैसे इंसाफ मिलेगा? ऐसी कई घटनाएं आये दिन होती रहती हैं जहाँ पर इंसाफ नहीं मिलता और असली गुनहगार बच कर निकल जाता है.
पिछली रात मुंबई के कमला मिल्स कपम्प्लेक्स में में हुई घटना दुखद है. वहां आग लगने की वजह से ‘1 above’ नामक रेस्टोरेंट जल कर खाक हो गया, जहाँ मौजूद लोगों में से 14 लोगों के मारे जाने की खबर है. आपको बता दें की मृत लोगों में एक खुशबू नाम की महिला भी थी जो उस रेस्टोरेंट में देर रात अपना जन्मदिवस मानाने के लिए मौजूद थी. जब यह घटना घटी उसके ठीक पहले का वीडियो खूब वायरल हो रहा है जिसमे वह अपना जन्मदिन केक काटटी हुई नजर आ रही है.
पुलिस की शुरुवाती पड़ताल में जो तथ्य सामने आये हैं उसके आधार पर पुलिस ने उक्त होटल के मालिक के खिलाफ ‘Culpable homicide not amounting to murder’ का मुकदमा दर्ज किया है.
मृतक खुशबू के परिवारजनों के कहना है की खुश्बू अपने पारिवारिक मित्रों और परिवारजनों के साथ उक्त होटल में जन्मदिन मना रही थी, जब यह घटना घटी. घटना रात 12:30 की बताई जा रही है. खुश्बू के साथ मौजूद उनकी मित्र किंजल शाह की भी मौत खुश्बू की तरह दम घुटने से हुई है.
खुशबु के दादाजी ने बताया की, “अचानक ब्लास्ट जैसी आवाज़ आयी जिस वजह से सभी डर कर सीढ़ियों से होते हुए नीचे आने का प्रयास करने लगे, और जैसे ही आग ने रफ़्तार पकड़ी, वैसे ही खुश्बू का पति जयेश नीचे की ओर भागा लेकिन तुरंत ही उसे ज्ञात हुआ की उसके साथ उसकी पत्नी खुश्बू कहीं नहीं है, वो वापिस से ऊपर की ओर लौटा लेकिन खुश्बू को ढूंढ न सका”. उनका यह भी कहना है की अगर एम्बुलेंस वक़्त पर पहुँच जाती तो खुश्बू बच सकती थी”. यह भी मालूम चला है की रेस्टोरेंट में किसी प्रकार के आग की रोकथाम के लिए जरुरी सुविधाएँ नहीं थी जिसकी वजह से लोग वाशरूम में जाकर छुपने लगे और उनमे से ज्यादातर की मृत्यु दम घुटने से हो गयी.
अवैध निर्माण एवं आग की रोकथाम के लिए सुविधाएँ न होना बनी मौत की वजह
ऐसा माना जा रहा है की उक्त होटल ने सुरक्षा मानकों को ताक पर रखकर निर्माण किया था और उसका निर्माण अवैध था, इस विषय में अक्टूबर में BMC को शिकायत भी की गयी थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने BMC के 5 अधिकरियों/कर्मचारियों को सस्पेंड करदिया और मामले की जांच के आदेश दिए हैं. हालाँकि यह अभी तक पता नहीं लग पाया है की आग लगने के पीछे क्या कारण थे.
पुलिस ने रेस्टोरेंट के मालिक हरतेश संघवी, जिगर संघवी एवं अभिजीत मनका के खिलाफ केस दर्ज करलिया है उनके खिलाफ ‘Culpable Homicide not amounting to murder’ के अलावा आईपीसी के सेक्शन 337 और 338 के अंतर्गत मुकदमा भी दर्ज किया गया है.
यह स्टोरी स्पर्श उपाध्याय ने की है.