त्रिपुरा,मेघालय और नागालैंड में हुए चुनाव के नतीजे पर एनडीटीवी के शो में शामिल हुए जन की बात के सीईओ प्रदीप भंडारी
जन की बात डेस्क-2014 में कांग्रेस के 10 साल का अंत कर बीजेपी ने केंद्र की सत्ता पर अपना कब्ज़ा जमाया था। इस चुनाव के बाद से बीजेपी जीत के रथ पर सवार है। जीत रथ इस बार त्रिपुरा,मेघालय और नागालैंड में रुका है। त्रिपुरा में 18 फरवरी को,मेघालय और नागालैंड में 27 फरवरी को चुनाव हुए थे। जिसका नतीजा आ चूका है।बीजेपी ने हर जगह जबरदस्त कामयाबी हासिल की है और जनता का भी खूब साथ मिला है।
तीन मार्च को हुए चुनाव के परिणाम के बाद ”जन की बात” के सीईओ प्रदीप भंडारी एनडीटीवी के शो त्रिपुरा,मेघालय और नागालैंड के चुनाव में विजेता कौन? शो में शामिल हुए और एंकर विक्रम चंद्रा के सवालों का जबाब बखूबी दिया।
एंकर-मेघालय में 27 फरवरी को हुए चुनाव का परिणाम आ चूका है तो इस बारे में आप क्या कहना चाहेंगे और अब क्या समीकरण बनेगा।
प्रदीप भंडारी-मैंने पहले भी कहा था की कांग्रेस का वोट बंट गया है। NPP बहुत बड़ी बन कर उभरी है। खासकर मेघालय तो रीजिनल पार्टी का महत्त्व ज्यादा होगा।
एंकर-NPP के 19 और बीजेपी के 2 मिला कर बीजेपी गठबंधन का कुल सीट 21 बनता है और 21 ही कांग्रेस के पास है तो जो रीजिनल पार्टी है वो किस तरफ जायेंगे।
प्रदीप भंडारी-बीजेपी गठबंधन की तरफ जायेंगे। ऐसा मैं इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि कोई भी पार्टी या प्रत्याशी एंटी कांग्रेस है तो वो बीजेपी की तरफ ही अपना रुख करेंगे।बीजेपी की केंद्र में सरकार भी है इसलिए इसका असर भी पड़ेगा।
एंकर-इंदिरा गाँधी के बाद पहली बार देखने को मिला है की एक रंग ही भारत के पुरे नक़्शे पर देखने को मिल रहा हो।
प्रदीप भंडारी-बीजेपी में विराट कोहली की तरह भूख है। जैसे विराट कोहली रन के लिए हमेशा तैयार रहता है उसी तरह बीजेपी है। बीजेपी एक चुनाव जीतती है तो उसके अंदर दूसरे चुनाव को लेकर ललक बढ़ जाती है।