जन की बात की टीम को कई विधानसभा क्षेत्रों के रिपोर्ट कार्ड मे विधायक हुए फेल, फिर भी जनता ने केजरीवाल के नाम पर दिया वोट।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आदर्श नगर सीट पर इस बार मुकाबला टक्कर का था, जन की बात की टीम जब आदर्श नगर पहुची तो, वहाँ लोगों की तरफ़ से तमाम तरह की परेशानी सुनने को मिली। सराय पीपलथला वार्ड में नालियों में गंदगी, नालियों का जाम होना एक बड़ी समस्या थी, वहीं गलियों में स्ट्रीट लाइट ना होना भी लोगो के परेशानी का कारण बना, महिलाओं ने बताया कि रात को गलियों में निकलने पर उन्हें डर लगता है। एक मसाले की दुकान चलाने वाली महिला ने जन की बात की टीम से अपने संवाद में बताया कि, “हमें अक्सर रात को घर जाने में लेट हो जाता है, और स्ट्रीट लाइट न होने की वजह से हमें डर भी लगता है, बच्चे भी अक्सर रात को देरी से ट्यूशन से आते हैं, औऱ लाइट न होने की वजह से यहाँ शराबी भी खूब रहते हैं।” तमाम परेशानियों को बताने के बाद जब हमारी टीम ने पूछा कि क्या लगता है को जीतेगा तो महिला ने बताया “काम अच्छा केजरीवाल कर रहा है, वही जीतेगा।” ऐसे ही तमाम लोगो ने विधायक के ठीक से काम न करने की शिकायत करी।
वहीं आदर्श नगर वार्ड में बीजेपी के उम्मीदवार राज कुमार भाटिया ज्यादा चर्चित थे, आदर्श नगर के ही रहने वाले राज कुमार भाटिया ने “नेता नही बेटा” नारे के साथ अपने चुनाव की गाड़ी खींच रहे थे। अपने पूरे सर्वे के दौरान टीम को ये पता चल गया था, की यहाँ मुकाबला टक्कर का है, मगर फिर भी आप के पवन कुमार शर्मा को केजरीवाल फैक्टर की वजह से जीत मिली। इस जीत में अंतर मात्र 1562 वोट का था, जिसमे जनता ने मुफ्त बिजली, पानी, मोहल्ला क्लीनिक जैसे मुद्दों पर केजरीवाल को चुना।
दूसरी तरफ 1993 से भाजपा के गढ़ कहे जाने वाली कृष्णानगर विधानसभा सीट, डॉ. हर्षवर्धन के केंद्र में चले जाने के बाद अब आप का गढ़ बनती दिख रही थी। 1993 के बाद 2015 में पहली बार बीजेपी की किरण बेदी ने यहाँ चुनाव हारा और आप के बग्गा जी ने कृष्णानगर सीट पर आप का झंडा लगाया। यहाँ पर हर किसी ने बीजेपी के लिए अपना वोकल सपोर्ट दिखाया, मगर केजरीवाल के द्वारा किये गए कार्यो से आम जनता तक फायदा पहुचा था, लोगों ने खुल कर फ्री बिजली, पानी, पर केजरीवाल को सराहा, वहीं सीसीटीव कैमरे और मोहल्ला क्लीनिक भी केजरीवाल द्वारा किये गए कार्यों की सूची में शामिल थे। इस सीट पर 2015 से मुकाबला टक्कर का ही होता है, क्योंकि यहाँ बीजेपी समर्थक भी कम नही हैं। कई लोगों ने ‘फ्री बिजली पानी’ को यहाँ चुनावी हथकंडा भी बताया, जन की बात के फाउंडर प्रदीप भंडारी के ‘ग्राउंड रिपोर्ट’ में एक व्यक्ति ने कहाँ “अगर बिजली पानी मुफ्त करना था, तो पिछले 4 सालों में क्यों नही किया।”
इस बार बीजेपी के अनिल गोयल का मुकाबला 2015 में किरण बेदी को हरा कर विधायक बने एस.के बग्गा से था, और बग्गा मजबूत इस्तिथि में दिख रहे थे, और नतीज़े भी यही थे आप के एस. के बग्गा ने 3,995 वोटों से जीत हासिल किया, और जन की बात के एग्जिट पोल को सही साबित किया।